सुपौल के निजी स्कूल में छात्र पर अमानवीय अत्याचार पिता ने थाने में की शिकायत।  जे टी न्यूज, सुपौल : जिले के राधेश्याम पब्लिक स्कूल से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां स्कूल निदेशक के पुत्र द्वारा एक छात्र के साथ अमानवीय तरीके से मारपीट और करंट लगाकर प्रताड़ित किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित छात्र के पिता, चन्द्रवीर कुमार मंडल, ने थाने में लिखित शिकायत देकर बताया कि उनका 12 वर्षीय पुत्र आयुष कुमार, जो उक्त स्कूल के कक्षा 6 का छात्र है और हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता है, पर स्कूल निदेशक विजय कुमार यादव ने गंभीर शारीरिक और मानसिक अत्याचार किया।ये घटना 22 मई 2025 की रात करीब 11-12 बजे की है। पीड़ित पिता के अनुसार, निदेशक के पुत्र विजय यादव ने आयुष को सोते समय खींचकर हॉस्टल के बरामदे में ले जाकर दोनों हाथ उल्टा बांध दिए। इसके बाद बिजली के वायर से उसे पचासों बार बेरहमी से पीटा गया और उसके कान के पास बिजली का करंट लगाकर धमकी दी गई कि यदि उसने अपने पिता को यह बात बताई तो उसे करंट लगाकर मार दिया जाएगा।मारपीट और अत्याचार के कारण आयुष गंभीर रूप से घायल हो गया। 23 मई को स्कूल के एक कर्मी राकेश ने उसके पिता को फोन कर बच्चे की गंभीर हालत की जानकारी दी। जब पिता स्कूल पहुंचे तो आयुष जोर-जोर से रोने लगा और बेहोश हो गया। स्थिति को देखते हुए आयुष को घर ले जाया गया,इस बीच आयुष इतना डरा हुआ था कि वो घटना के बारे में कुछ भी नही बता रहा था जब वो घर पहुचा तो उसके पिता ने उसकी पीठ और हाथ पर जख्म देखे जिसके बाद आयुष ने रो रो कर सारी बात बटाई।पिता का कहना है कि विजय यादव पहले भी उनके पुत्र को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता था, लेकिन डर के कारण बच्चा कुछ नहीं कहता था।जिसके बाद बच्चे के पिता चन्द्रवीर कुमार मंडल ने थाने में दिए शिकायत में आरोप लगाया है कि विजय यादव ने जानबूझकर उनके पुत्र को बेरहमी से प्रताड़ित किया, जिससे उसकी जान जा सकती थी। उन्होंने प्रशासन से आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आवेदन मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है।बच्चे की हालत अब धीरे धीरे सामान्य हो रही है लेकिन
इस घटना ने न केवल स्कूल प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंताएं पैदा की हैं। विद्यालय के दूरभाष 8935912939 पर सम्पर्क करने पर पूर्वाहन 10:14 मिनट पर संपर्क करने पर बताया प्रिंसिपल और निर्देशक किसी से भी बात नहीं करते है,छात्र के घटना के संबंध में बताया कि इस प्रकार की कोई घटना नहीं हुई है। छात्र के पिता के आग्रह पर विद्यालय से टीसी दिया गया।

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