विद्यापति परिषद परिवार के द्वारा जानकी महोत्सव समारोह पूर्वक बड़े धूम-धाम के साथ मनाया गया। रमेश शंकर झा समस्तीपुर बिहार।
रमेश शंकर झा
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर:- शहर के निजी होटल के सभागार में जानकी नवमी महोत्सव विद्यापति परिषद के तत्वावधान में बड़े धूम-धाम के साथ समारोह पूर्वक मनाया गया। वहीँ जानकी नवमी महोत्सव की अध्यक्षता पं० रामानंद झा ने कीया। इस कार्यक्रम के अवसर पर विद्यापति परिषद के प्रधान सरंक्षक डा० बुद्धि नाथ मिश्र ने उपस्थित लोगों को स्वागत मिथला परंपरा के अनुसार फूल माला, पाग और अंग वस्त्र से सम्मानित किया।
जिसमे स्वागत सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहां की सम्पूर्ण भारत ही नहीं विश्व में माता जानकी से मिथिला की पहचान है। मिथिला से बिहार की पहचान है। उक्त समारोह में श्रीमती वीणा झा एंव उनकी सखियों के द्वारा माता जानकी उद्भव गीत एंव राम-सीता विवाह की मनोरम झांकी प्रस्तुत की गई। मिथिला की धरती के परंपरा के अनुसार सीता-राम विवाह का रूपक मनोमुग्धकारी ही हृदयाकर्षक रहा।
इस समारोह को संबोधित करते हुऐ महासचिव प्रो० रमेश झा ने कहां की यदि सीता नहीं होती तो मिथिला शिथला बनी रहती। सीता त्याग की सुचिता की पवित्रता की तथा नारी के शास्वत स्वरूप की धारणी है। इस समारोह में डा० जयशंकर झा पी०जी० संस्कृत विभाग का उद्गगार लोगों को एक नवीनता का आभास दिलाया। कार्यक्रम समारोह में पुर्व विधायक दुर्गा प्रसाद सिंह ने माता सीता को नारी का शास्वत रूप की धारणा को आज के नारी को धारण करने हेतू आग्रह किया। कुमारी स्मिता जो सहरसा से चलकर आयी उनके गायन ने लोगों को अतिमुग्ध किया।
वहीँ सांस्कृतिक प्रभारी कृष्ण भगवान झा के आयोजन से गदगद अतिथियों ने भरपूर प्रशंसा कीया। इस कार्यक्रम के शुभ अवसर पर दरभंगा से डा० आभा झा एचडी होम साइंस, नागेंद्र झा महिला कॉलेज, डा० आशा झा एच०ओ०डी० हिन्दी विभाग बी०आर०बी० कॉलेज समस्तीपुर, रंजना झा, अखिलेश ठाकुर, फुलभट्ट, प्रभा ठाकुर, वन्दना सिंह, विनोदानंद झा, अरूण कुमार चौधरी, सुरेश सिंह मीडिया प्रभारी, सांस्कृतिक कार्यक्रम में नाल पर चन्दन कुमार एंव हारमोनियम पर सतीश झा इत्यादि ने समोराह में अपने अपने कलाओं एंव संबोधनों से उपस्थित श्रोताओं को बांधे रखने का काम किया। वहीं विद्यानंद झा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।