संजीत हत्याकांड में आया नाटकीय मोड़, हत्याकांड के उद्भेदन की पुलिसिया कहानी में छेद ही छेद


कार्यालय, जेटी न्यूज
कानपुर। संजीत हत्याकांड में अब एक नया मोड़ आ गया है। घटना के उद्भेदन का दावा करती पुलिसिया कहानी में छेद ही छेद नजर आने लगे हैं। इस वारदात के पर्दाफाश करने में पुलिस जिस कार से शव ले जाकर ठिकाने लगाने का दावा कर रही है, वो कार पिछले एक माह से खराब है। वारदात के मुख्य आरोपित ज्ञानेंद्र के पड़ोसी केडी यादव ने ही दावा किया है कि खराब पड़ी कार एक माह से खड़ी है।

इस खुलासे के साथ पुलिस के दावों पर सवाल खड़े हो गए हैं। पड़ोसी केडी यादव पूछते हैं की इस कार से कैसे शव को 10 किमी तक ले जाया जा सकता है जो महीने भर से खराब है? दबौली वेस्ट निवासी रिटायर्ड ओईएफ कर्मी एसके यादव ने बताया कि 2017 में पुरानी कार खरीदी थी जो बेटे के नाम पर है। कार खराब होने की वजह से घर पर ही खड़ी रहती थी। 22 जुलाई रात दो बजे एसटीएफ के साथ बर्रा इंस्पेक्टर हरमीत सिंह घर आए थे।

चाबी लेकर कार स्टार्ट करने की कोशिश की। जब वह नहीं स्टार्ट हुई तो गोविंदनगर थाने में फोन कर कार को रतनलालनगर चौकी में खड़ी करने की बात कही। चार सिपाही कार को धक्का देकर रतनलालनगर चौकी ले गए। शनिवार को क्रेन की मदद से पुलिस कार को बर्रा थाने ले आई। दूसरी बात संजीत के अपहरण के बाद फिरौती की रकम को लेकर पुलिस अपने ही बुने जाल में फंसती जा रही है। पहले पुलिस फिरौती की बात का खंडन कराने के लिए संजीत की बहन से एक वीडियो जारी करा दिया।

जब उसने दूसरे दिन ही पुलिस के दबाव में बयान देने का वीडियो जारी किया तो नई स्क्रिप्ट लिख दी गई। संजीत के पिता का एक वीडियो वायरल किया गया जिसमें वह पुलिस के समक्ष नकली नोट बैग में रखे होने की बात कह रहे थे। इसके साबित करने के लिए पुलिस ने दुकानदार को तलाश लिया, जहां से नोट खरीदा गया। अगर पुलिस सच बोल रही है तो परिवार के बैंक अकाउंट की डिटेल क्या बयां कर रही है। पुलिस ने यह जाहिर नहीं किया कि दुकानदार का पता बताया किसने और न परिवार और दुकानदार का सामना कराया गया। दुकानदार नोट खरीदने वाले को नहीं पहचानता तो सादी पोशाक वाले पुलिसकर्मियों को सामने आने पर पहचान ही सकता है। एडीजी बीपी जोगदंड ने भी इस पहलू की जांच के लिए कदम नहीं उठाया। पीडि़त परिवार से ही फिरौती की रकम जुटाने का ब्यौरा मांग लिया।

इधर चर्चा यह भी है क्या निलंबित बर्रा थाना प्रभारी ही आडियो-वीडियो वायरल करा रहे? संजीत के घरवालों और थाना प्रभारी के बीच फिरौती की रकम को लेकर बातचीत, एसपी साउथ और मीडिया से इसका जिक्र करने का रविवार को एक आडियो और पीडि़त परिवार के बैंक स्टेटमेंट की डिटेल वायरल हुई। क्या अपने बचाव में निलंबित थानेदार ही यह काम करा रहे हैं?

कौन है सादे कपड़ों वाली पुलिस टीम

संजीत के घरवालों का कहना है कि नोट बेचने वाले दुकानदार से पूछताछ करने की बात से बर्रा थाना प्रभारी, सीओ गोविंद नगर ने इन्कार किया है। जब थाना पुलिस ने उससे पूछताछ नहीं की तो फिर क्या जिले के बाहर से कोई टीम दुकानदार से पूछताछ करने के लिए आई थी। पुलिस उसे भी तो सामने लाए जिसने दुकानदार का पता बताया है।

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