*20 वर्षों से जलजमाव की समस्या से जूझ रहे धरमपुर व पंजाबी कॉलोनी के निवासी, नहीं मिला तारणहार
कार्यालय, जेटी न्यूज
समस्तीपुर। जिले में लगातार बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों के लोग जलजमाव से त्रस्त है, लोगों का घरो से निकलना दुश्वार हो गया है। गली- मोहल्ले की सड़क जलमग्न हो गयी है, बूढ़ी गंडक का जलस्तर लाल निशान के पार हो जाने के कारण स्लुईस गेट बंद कर दिये गये हैं, जिससे शहर के उत्तरी हिस्सों का जल बूढ़ी गंडक नदी में नही जा पा रहा है,
इससे जलजमाव की समस्या और गंभीर हो गया है, लगातार हुए बारिश ने धरमपुर व पंजाबी कॉलोनी मुहल्ले का दर्द और बढा दिया है। वार्ड संख्या एक , दो तीन, और नौ के लोग पिछले कई दिनों से नारकीय हालत में जीने को मजबूर है। इन मुहल्लों में त्राहिमाम की हालत है। अधिक बारिश के कारण ओवरफ्लो हुई नालियों का पानी सड़कों व गलियों से होकर अब लोगों के घरो में चला गया है। जल निकासी की नगर परिषद का तमाम जुगाड़ परेशान लोगो को राहत नही दिला पा रहा है।
इन वार्डो से जल निकासी के लिए नगर परिषद से स्थानीय पासवान चौक पर लगाए गए पंम्पिगसेट व जनरेटर भी बेकार साबित हो रहे है। सबसे ज्यादा बुरी स्थिति बूढ़ी गंडक बांध के दक्षिण साइड में अवस्थित पंजाबी कॉलोनी के गली नंबर 01 में रह रहे है दलित परिवारों की है। बांध के ठीक किनारे नगर परिषद के वार्ड संख्या 01 के नागरिकों का कहना है की पिछले 15-20 वर्षो से वे लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है।
मुहल्ले में अब तक संपूर्ण रुप से न तो नाला बना है न ही आवागमन के लिए पक्की सड़क बनी है। जिस्से बारिश एवं बाढ़ के दिनों में हर साल यहाँ जलजमाव स्थायी समस्या का रुप ले लेती है। दूसरी तरफ एक ओर जटिल समस्या है कि, इसी रिहायशी बस्ती के ठीक उपर से 33 केविए का हाइटेशन तार गुजरा है। जो कि समस्तीपुर दरभंगा रेलमार्ग पर रेलवे लाईन दोहरीकरण एवं मिट्टीकरण कार्य के दौरान 33 केविए का पोल हटा दिये जाने के कारण स्थानीय लोगों के मकानों से महज तीन से चार फुट ऊँचाई से गुजर रहा है,
जिससे दुर्घटना होना लगभग तय है। इस विद्युत क्षतिग्रस्त हाइटेशन तार की वजह से मोहल्लेवासीयों ने कई अपनों को खोया है। स्थानीय निवास कपिलेश्वर राम के पुत्र राहुल कुमार ने इन समस्याओं के संदर्भ में वार्ड पार्षद , विधायक, सासंद, डीएम, लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम कानून, सूचना का अधिकार अधिनियम, मुख्यमंत्री जनता दरबार, प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायत कर चुके है । इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधीयों की कुभकणीॅ नींद नही टुटी है।
इन समस्याओं से प्रभावित कपिलेश्वर राम, बिरेन्द्र राम, डॉ वि.पि.निर्मल , जगदीश राम , दामिनी देवी, उषा देवी,सुधा कुमारी, अनुराधा कुमारी, गोपाल महतो , महेश चौधरी, नंन्द लाल पंडित , कुन्दन कुमार, देवेन्द्र राय जैसे 100 परिवारों के लोगों का कहना है कि 15 वर्षो से इस मुहल्ले में कोई विकास का कार्य नही हुआ है। न तो चलने के लिए सड़क है ओर न ही जलजमाव से निजाद दिलाने के लिए नाला उपर से हाइटेशन तार से हमेशा खोफ मे जीने को बेवश है। निकटतम समय में बिहार विधानसभा चुनाव होना लगभग तय है।
अब मोहल्लेवासियों का कहना है जब तक हमें तमाम समस्याओं से निजात नही दिला दिया जाता है, या कोई अन्य योग्य उम्मीदवार की स्पष्ट छवि नहीं दिखलाई देती है तब तक हम तमाम मुहल्लेवासीं वोट नही डालेगे एवं मतदान का बहिष्कार करेंगे । अब ऐसी स्थिति में देखने वाली बात यह है कि क्या निर्वाचल पदाधिकारी एव जिला प्रशासन पदाधिकारी एक्शत लेती है एवं जनता हो रही समस्या से निजात दिला कर वोट डालने को प्रेरित करती है या नहीं ? या फिर जनप्रतिनिधि विकास कार्य कर लोगों को अपने ओर आकर्षित कर पाते है या नही ।