केविवि के प्रो.पवनेश कुमार व उपविकास आयुक्त को मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी  

जेटी न्यूज

मोतिहारी।पु0च0

बंजरिया प्रखंड अब बाढ़ की समस्या से मुक्त होगा साथ ही क्षेत्र में जलसंचयन एवं पर्यावरण संतुलन की ओर भी ध्यान दिया जाएगा। इस संबंध में पूर्वी चम्पारण के जिलाधिकारी ने एक आदेश ज़ारी किया है जिसमें एक सदस्य सचिव व 6 सदस्यों को मिलाकर कुल सात सदस्यीय कमिटी का गठन किया गया है। इन सदस्यों में मोतिहारी, पूर्वी चम्पारण के उप विकास आयुक्त, सदस्य सचिव, जियोग्राफिकल/मैनेजमेंट विशेषज्ञ एवं महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रबंधन विज्ञान विभाग के प्रो. पवनेश कुमार, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, वन प्रमण्डल पदाधिकारी, निदेशक, लेखा प्रशासन एवं स्व नियोजन, अनुमण्डल पदाधिकारी, मोतिहारी सदर, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, मनरेगा, डीआरडीए बतौर सदस्य शामिल हैं। जिलाधिकारी पूर्वी चम्पारण द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि जिले का बंजरिया प्रखण्ड अधिकांशतः बाढ़ से प्रभावित रहता है। प्रति वर्ष बाढ़ आने से जान-माल के साथ-साथ कृषि, आवागमन एवं जनसामान्य को समस्या का सामना करना पड़ता है। प्रखण्ड को प्रभावित करने वाले प्रमुख जल निकाय तथा-सिकहना नदी, धनौती नदी, खड़वा नाला एवं अन्य चैंबरों की पर्याप्त सफाई नहीं होने, कड़ी अवरोध, जल भंडारण में अवरोध इत्यादि समस्याओं से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। उक्त स्थिति में बंजरिया प्रखण्ड में बाढ़ की समस्या के निदान एवं जल संचयन के साथ-साथ पर्यावरण एवं जलवायु अनुकूल स्थित उत्पन्न करने के उद्देश्य से यह कमिटी गठित की गयी है। इस संबंध में केविवि के प्रो. पवनेश कुमार ने कहा कि पूर्वी चम्पारण के बंजरिया प्रखण्ड में बाढ़ की समस्या एवं जलवायु प्रबंधन के क्षेत्र में काम करने पर उन्हें प्रसन्नता होगी। इस कमिटी के प्रत्येक सदस्य को उन्होंने बहुत ही जिम्मेदार बताते हुए सभी को बधाई दी है। इस संबंध में सात सदस्यीय कमिटी में शामिल करके जिलाधिकारी, पूर्वी चम्पारण ने उन पर जो भरोसा जताया उसके प्रति प्रो. पवनेश कुमार ने आभार जताया।

Website Editor :- Neha Kumari

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