बजरंग दल के अपराधियों को बचाने के आरोप में बेनीपट्टी थानाध्यक्ष का भाकपा माले नेताओं ने किया पुतला दहन
बेनीपट्टी संवाददाता। जेटी न्यूज।
एक तड़फ सदन में अफरातफरी के माहौल से राज्य में चर्चाओं का बाजार गर्म है। वहीं दूसरी तड़फ राज्यभर में अपराध के बढ़ते अनगिनत संख्याओं पर पुलिसया काबिज पाना मुश्किल सा लगने लगा है। होली के दिन सभी सामाजिक समरसता की मिशालें पेश करते। उसी दिन मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थानांतर्गत मोहम्मदपुर गांव स्थित बीएसफ जवान राणा प्रताप सिंह, वीरू सिंह एवं रणविजय सिंह की हत्या कर दी गई ।
जिसके बाद माले नेता ध्रुव कर्ण, प्रेम झा एवं आइसा नेता मयंक यादव के नेतृत्व में जांच दल ने परिजनों से मुलाकात करने के बाद कहा था कि गुटखा खाने के बाद पैसे न देने पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उक्त घटना को अंजाम दिया है। महिनों पूर्व भी मछली मारने के दौरान उतपन्न हुए विवाद के दौरान भी बेनीपट्टी थाना ने घटना में शामिल बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को बचाकर निर्दोष संजय सिंह को जेल भेज दिया था। जो अभी तक सलाखों में कैद है।
वहीं बुधवार को उक्त घटना को लेकर भाकपा माले के बैनर तले किसान नेता श्याम पंडित एवं आईसा नेता मयंक यादव के नेतृत्व में बेनीपट्टी स्थित अंबेडकर चौक से लोहिया चौक तक प्रतिवाद मार्च निकालकर बेनीपट्टी थानाध्यक्ष का पुतला दहन किया। भाकपा माले के नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि सत्ता संरक्षित अपराधियों द्वारा उक्त घटना स्थानीय भाजपा विधायक एवं थाना प्रभारी के मिलीभगत से हुआ है।
साथ ही पुतला दहन के दौरान नेताओं ने घटना में शामिल बजरंग दल के प्रवीण झा,नवीन झा ,पौआम के भोला सहित अन्य अपराधियों की त्वरित गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल कराकर फांसी की सजा दिलाने , मृतकों के आश्रितों को बीस-बीस लाख रुपए मुआवजा एवं घायलों को समुचित इलाज की व्यवस्था एवं बेनीपट्टी थाना प्रभारी को बर्खास्त करने सहित वर्तमान स्थानीय भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री एवं हत्यारों के बीच सांठगांठ की जांच कराये जाने की मांग की है। प्रतिवाद मार्च के दौरान ग्रामीण मजदूर सभा के सचिव बेचन राम, किसान महासभा के सचिव सोनधारी राम, राम स्वरूप सदाय, मलभोगी देवी, शैलदेवी, अवधेश शाह, पंकज पासवान, कामेश्वर राम, होरिल सदाय, कुंती देवी एवं समुद्री देवी सहित बड़ी संख्या में भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने शिरकत किया।