बहती गंगा में डुबकी लगाने तक सिमट कर रह गई है सरकार का जन नल योजना

जेटी न्यूज मधुबनी

बिहार में नल जल योजना में भ्रष्टाचार का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। शायद ही कोई ऐसा दिन हो जिस दिन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी एक न एक मामले सामने नहीं आते हो। जानकारों की माने तो भ्रष्टाचार के इस बड़े गर्भ में बड़े स्तरों के पदाधिकारी भी अपना हिस्सा डकार विकास की रफ्तार में बाधक साबित हो रहे है। ऐसा ही एक मामले के सामने आते ही भ्रष्ट सरकारी सेवकों व जनप्रतिनिधियों के बीच खलबली मच गई है। मामला राज्य के मधुबनी जिलान्तर्गत बिस्फी प्रखंड का है। जहां भ्रष्टाचार का जांच व मुआयना करने अधिकारियाँ का कारवां बिचौलिए को साथ लेकर चल रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री के इस विशेष योजना से आम आवाम तिनका भी लाभान्वित नहीं हो सकेंगे, इससे इंकार नहीं किया जा सकता है।

– प्राक्कलन व मानक से इतर कार्य को दिया जा रहा रुप
बिस्फी प्रखंड में कुल 340 वार्ड है। जिसमें 329 वार्ड में जल नल योजना का कार्य शुरू हुआ। वहीं 340 में 157 वार्ड में अबतक बिजली का मोटर नहीं लग सका है। जानकारी के मुताबिक 11 वार्डो में गड़बड़ी के कारण जांच को लेकर जिला को भेजा गया है। जिला व प्रखण्ड से दर्जनों बार जांचोपरांत भी अबतक किन्हीं वार्डो में कारवाई की बयार नहीं बह पाई है। जबकि बिस्फी प्रखंड के किंन्ही भी वार्डो में प्राक्कलन व मानक मुताबिक कार्य को रूप नहीं दिया गया व जा रहा है। अधिकांश वार्डो में घटिया सामग्री लगाकर अधिकारी , तकनीकी सहायक , संवेदक, वार्ड सदस्य व सचिव करोड़ो की राशि का बंदरबांट करने में सफलता भी हांसिल करते रहे है। इसी बीच प्रखण्ड मुख्यालय की कमान बिहार प्रशासनिक सेवा अधिकारी बालेंदु पांडेय को बिस्फी के प्रभारी बीडीओ के रूप में मिली।जिसके बाद से ही आम नागरिकों में भ्रष्टाचार के पोषकों के लूट खसोट पर लगाम लगने की आस भी जगी थी। लेकिन आम चर्चा चहुँओर यह होने लगी है कि प्रभारी बीडीओ श्री पांडेय भी नल जल योजना की बहती गंगा में डुबकी लगाने में मशगूल है।

– एक दुधारू गाय बनकर रह गई है नल जल योजना

विभिन्न वार्डों के विश्वस्त सूत्रों की माने तो प्रभारी वीडियो श्री पांडेय नल जल योजना की जांच करने जब वार्ड में जाते हैं तो अपने साथ सरकारी राशि उगाही करने वाले दलालों को भी साथ ले जाते हैं। मानो जल नल योजना एक दुधारू गाय बनकर रह गई है।– आयुक्त के आदेशोप्रांत भी कार्रवाई से कोसों दूर है अधिकारी बिस्फ़ी प्रखण्ड के नुरचक पंचायत अधीन वार्ड 2 में प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा डीपीआरओ को जांच के आदेश दिए जाने के बाद भी कार्रवाई होने की आस मानों स्वर्ग सिधार गई हो।

कहीं न कहीं सुशासन बाबू द्वारा विशेष योजनाओं में से एक जल नल योजना का पीटे जाने वाले पिटारों पर भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे अधिकारियों, तकनीकी सहायकों, संवेदक, वार्ड सदस्य व सचिवों ने प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया है। अब देखना होगा कि भ्रष्टाचार से हुई इस योजना की शुरुआत का अंत कितने अंधेरों पर प्रकाश डालकर अंत को रूप दे पाती है।

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