सराहनीयः पूर्व नेशनल बॉक्सर आबिद की मदद के लिए आनंद महिंद्रा ने बढ़ाया हाथ

Mahindra Group Chairman Anand Mahindra Joins Formula E Sustainability  Committee
उद्योगपति और महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा

नई दिल्ली: देश के जाने माने उद्योगपति और महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ऑटो चलाने के लिए मजबूर पूर्व नेशनल बॉक्सर आबिद खान की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. आबिद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (एनआईएस) से क्वालिफाइड कोच भी हैं लेकिन उन्हें कहीं नौकरी नहीं मिली. इसके चलते पिछले कई साल से वह ऑटो चलाकर अपने और अपने परिवार का पेट पालने को मजबूर हैं.

स्वतंत्र खेल पत्रकार और यूट्यूब चैनल स्पोर्ट्स गांव के फाउंडर सौरभ दुग्गल ने आबिद की आपबीती पर एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया था. आनंद महिंद्रा ने इसे रिट्वीट करते हुए लिखा, ‘हमें आबिद की स्टोरी बताने के लिए धन्यवाद सौरभ. मैं उनकी इस बात के लिए सराहना करता हूं कि वो कोई मदद नहीं मांग रहे हैं. फिर भी मैं लोगों को चैरिटी ऑफर करने के बजाय उनकी प्रतिभा और जुनून में निवेश करना पसंद करता हूं. कृपा करके मुझे बताएं कि मैं कैसे उनकी स्टार्टअप बॉक्सिग एकेडमी में निवेश कर सकता हूं और उन्हें सपोर्ट कर सकता हूं.’

Abid Khan: Former boxer who drives pick-up auto returns to coaching after  viral video | Sports News,The Indian Express
ऑटो चलाने के लिए मजबूर पूर्व नेशनल बॉक्सर आबिद खान

इस वीडियो में आबिद खान कह रहे हैं कि गरीबी मध्यम वर्ग के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है. मैंने कई साल बॉक्सिंग की है लेकिन इसमें समय की बर्बादी के अलावा कुछ नहीं है. खिलाड़ी होते हुए मैंने इतने अचीवमेंट किए, डिप्लोमा भी किया लेकिन उसके बाद भी हमें नौकरी नहीं मिली. जहां भी गया वहां नकार दिया गया कि हमारे पास जगह नहीं है. बॉक्सिंग में मिडिल क्लास या गरीब तबके के लोग आते हैं क्योंकि इसमें मार खानी पड़ती है. पैसे वाले लोग क्रिकेट, लॉन टेनिस, बैडमिंटन खेलते हैं.

(सौजन्यः इकोनोमिक टाईम्स)

संपादिकृतः ठाकुर वरूण कुमार  

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