सांस फूलने से एक ही माता-पिता के चार बच्चों की मौत से बिस्फी के इटहरवा में मचा कोहराम

संतोष गिरी। जेटी न्यूज। मधुबनी।

जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्रान्तर्गत सिंघिया पूर्वी पंचायत के इटहरवा गांव में पंद्रह दिनों के अंदर एक ही परिवार के हुई चार बच्चों की मौत से पूरे गांव के लोग दहशत एवं ग्रामीणों में भीषण आक्रोश का माहौल व्याप्त है । मृतक के परिजनों व रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल है । उक्त विदारक घटना के बाद से स्थानीय लोगों में दहशत का ऐसा माहौल व्याप्त है कि परिजनों को ढांढस बांधने वाला भी नहीं है ।ग्रामीणों की माने तो भरे पूरे परिवार के मुखिया रामपुनित यादव क्षणिक दिनों में ही संतान विहीन हो गए। बताया कि उनके पूरे परिवार में सांस फूलने की बीमारी अचानक से उतपन्न हुई। जिस कारण एक ही गांव में 4 मौत से कोहराम मचने जैसी हालत बन गई है। पसरे सन्नाटों में व्याकुल्वस्था में मृतक बच्चा के बड़े चाचा रामसूफल यादव एवं छोटे चाचा श्याम यादव ने बताया कि बीते एक महीने पूर्व रामपुनित के सबसे बड़े लड़का चंदन कुमार 16 वर्ष बीमार पड़े।

जिसका इलाज डीएमसीएच सहित विभिन्न स्तरों पर कराया गया। परन्तु पीड़ित की हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती चली गई। ग्रसित पीड़ित को अवैज्ञानिक झाड़ फूंक भी कराया गया। लेकिन बीते 12 मई को ग्रसित 16 वर्षीय चंदन घर पर ही दम तोड़ दिया। एक तड़फ कर्मकांड का कार्य पूरा भी नही हुआ था कि रामपुनित के छोटे बेटे 7 वर्षीय जितेंद्र कुमार, 12 वर्षीय पुत्री पूजा कुमारी एवं आरती कुमारी 10 का भी तबियत बिगड़ने लगी। विपदा का सिलसिला यूँ ही नहीं रुका। रामपुनित एवं उनके पत्नी आशा देवी की भी तबियत काफी बिगड़ने लगी। संबंधित सभी पीड़ित को 28 मई को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया। ईलाज शुरू होने के पश्चात ही 28 मई को देर रात 2 बजे जितेंद्र की मौत हो गई। मौत का सिलसिला इस तरह सीमा पार करने लगा कि 29 मई को पुत्री पूजा व 30 को आरती कुमारी की भी मृत्यु हो गई। आनन फानन में सभी मृतकों को दाह संस्कार दरभंगा में ही कर दिया गया।

वहीं रामपुनित यादव एवं उसके पत्नी आशा देवी की स्थिति नाजुक देख बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच से रेफर करवा कर निजी अस्पताल आरबीमेमोरियल लाया गया। परिजनो की माने तो ईलाज के दौरान ही मृतकों का एंटीजन से कोरोना की भी जांच हुआ। परन्तु जांच में सभी निगेटिव पाए गए। घटना के बाद से ही आक्रोशित ग्रामीणों के मुताबिक भीषण घटना के बाद भी जनप्रतिनिधि से लेकर आलाधिकारी भी जिम्मेवारी व सहयोग की करवाया से इतर है।मौत के मातम में डूबे परिजनों की सुधि लेने वाला तक नहीं है। अंचलाधिकारी प्रभात कुमार ने इस संबन्ध में बताया कि सीआई बसंत झा उक्त गांव स्थित भेजा गया था। वहीं सहायता सुविधा के सम्बंध में सीओ श्री कुमार ने कहा कि आपदा के अधीन उक्त घटना नहीं आता है।

संकटो के भरमार तले पीड़ित परिजनों की सहायता व मुआवजा को लेकर आइसा के पूर्व प्रदेश परिषद सदस्य सह भाकपा माले नेता डॉ संतोष कुमार यादव ने कहा कि अस्पताल मंज़ व्याप्त कुव्यवस्था एवं वरीय चिकित्सकों के अनुपस्थिति के कारण भी उक्त हृदय विदारक घटना घटना के शिकार एक ही परिवार के 4 सदस्य हो गए। माले नेता श्री यादव ने राज्य सरकार से मांग किया है कि शीघ्र ही राज्य सरकार को आपदा सहायता को राशि सहित समुचित सुविधा का लाभ दिया जाए। साथ ही अस्पताल में ईलाजरत मृत बच्चों के माता पिता के ईलाज का पूरा खर्च सरकार प्रदान करें।

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