*लाठीचार्ज: मांगों को लेकर जुटे वार्ड सचिव, पुलिस ने महिला-बच्चे सबको पीटा, गाड़ी पर पथराव*

*लाठीचार्ज: मांगों को लेकर जुटे वार्ड सचिव, पुलिस ने महिला-बच्चे सबको पीटा, गाड़ी पर पथराव*

*कार्यकाल तो बढ़ाया, वेतन आज तक नहीं दिया, भूखे-प्यासे रहे वार्ड सचिव भोज में मस्त रहे मंत्री*

*मुख्यमंत्री द्वारा चलाए गए 7 निश्चय योजना के तहत ‘गली-नली और नल-जल योजना’ का मामला*

 

जेटी न्यूज, ठाकुर वरुण कुमार।

पटना::- अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे वार्ड सचिवों और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार कर भीड़ को हटाने का प्रयास किया तो आंदोलनकारियों ने भी पुलिस वाहन पर पथराव कर दिया। इससे पूरा इलाका रणक्षेत्र में बदल गया है। पुलिस ने महिला-बच्चाें तक को नहीं छोड़ा, सबको पीटा। इससे कुछ लोगों को चोटें भी आई है। कई गाड़ियों के शीशे टूट गए हैं। एएसआई उमाकांत प्रसाद को भीड़ ने घेर लिया और बहुत बुरी तरह से पीटा। बचाव के लिए एएसआई को पिस्टल निकलना पड़ा। फिर बैकअप में पुलिस आई तो उनकी जान बची।

बता दें कि आज सुबह वार्ड सचिव संघ अपनी मांगों को लेकर धरने के 14वें दिन गर्दनीबाग से भाजपा कार्यालय पहुंचे थे। कार्यालय का घेराव कर सैकड़ों की संख्या में वार्ड सचिव वहीं धरने पर बैठ गए। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। संघ के सदस्यों की मांग थी कि सरकार की ओर से कोई हमसे मिलेगा, उसके बाद ही वो यहां से जाएंगे।

संघ के सदस्यों का कहना है कि 2 वर्ष बीतने के बाद उनका कार्यकाल 5 साल बढ़ा दिया गया, लेकिन आज तक वेतन नहीं दिया गया। बीते शनिवार को भाजपा विधायक मुरारी मोहन झा धरना स्थल गर्दनीबाग पहुंचे थे और वार्ड सचिवों से मुलाकात की थी। विधायक ने उनकी बात सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया था।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चलाए गए 7 निश्चय योजना के तहत ‘गली-नली और नल-जल योजना’ में राज्य भर के 1,14,691 लोगों को योग्यता के आधार पर नौकरी दी गई थी। 5 साल लगातार काम करने के बाद और कई बार आश्वासन मिलने के बाद भी सरकार ने इन्हें 1 रुपए का भी लाभ अब तक नहीं दिया। इसको लेकर राज्य के 38 जिलों के वार्ड सचिव और कर्मचारी गर्दनीबाग के महिला थाना में 13 दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई है। 13 दिसंबर को बिहार सरकार द्वारा एक पत्र जारी किया गया है, जिसमें पुराने सभी वार्ड सचिव को हटाकर नए वार्ड सचिवों को नियुक्त करने की बात कही गई है। आज सब्र का बांध टूटा तो भाजपा कार्यालय का घेराव कर दिया।

बता दें कि बिहार के पंचायत चुनाव 2016 में जो चुनाव किया गया था और वार्ड में वार्ड मेंबर का भी चुनाव किया गया था तो पहले से ही यह लागू कर दिया गया था कि हर वार्ड में सचिव रहेगा तो ऐसे में सचिव का भी चुनाव किया गया था लेकिन बिहार सरकार ने अभी लेटेस्ट न्यूज़ जारी किया है फिर से वार्ड सचिव की नियुक्ति यदि वार्ड सभा चाहे तो कर सकती हैं यानी कि अब वार्ड सचिव की नियुक्ति का पूरा अधिकार वार्ड सभा के पास है इसके लिए पंचायती राज विभाग ने आशय का पत्र सभी जिला पदाधिकारी को जारी कर दिया है। इस पत्र के अनुसार बिहार वार्ड सभा तथा वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति कार्य संचालन नियमावली 2017 के प्रावधान के तहत वार्ड सचिव सहित वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति 2021 के चुनाव प्रणाम के आधार पर किया जाए यदि वार्ड सभा चाहे तो तो पुराने वार्ड सचिव को ही मनोनीत कर सकती है या फिर वार्ड सभा का या भी अधिकार है वह अपने नए वार्ड सचिव की नियुक्ति करने की बात कही गई थी।

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