पूर्व विधायक फैयाज अहमद के नेतृत्व में गुरूदेव उचित नारायण यादव की जयंती मनाई गई
पूर्व विधायक फैयाज अहमद के नेतृत्व में गुरूदेव उचित नारायण यादव की जयंती मनाई गई
जे टी न्यूज़
मधुबनी:- गुरूदेव उचित नारायण यादव की जयंती बिस्फी के खंगरैठा में मनाई गई । पूर्व विधायक फैयाज अहमद के द्वारा उनके मूर्ती का अनावरण किया जाना था। उनके पटना स्थिति राजद कार्यकारणी की बैठक में उपस्थित होने के कारण उनके पुत्र निदेशक मधुबनी मेडिकल कॉलेज डा आसिफ अहमद ने गुरु देव उचित नारायण बाबू की प्रतिमा का अनावरण किया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय प्रोफेसर डॉ मुनेश्वर यादव ने किया। उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि गुरुवार उचित बाबू 1952 में संगरैठा उच्च विद्यालय में शिक्षक के रूप में आये और इस इलाके में गांव गांव-गांव घूमकर लोगों को शिक्षा के प्रति जागृत करते रहे। इस प्रकार गुरूजी अपने जीवन के 70 साल इस इलाके में रह कर हजारों प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को योग्य बनाकर देश के विभिन्न हिस्सों में कामो में लगे हुए हैं। इसलिए ऐसे महान आत्मा को कोटि कोटि नमन करता हूं।
शिव शंकर यादव ने कहा कि उनके विचार को अंगिकार करते हुए उनके पदचिन्हों पर चलकर एक अच्छे समाज निर्माण की दिशा में काम करना ही उनके प्रति सच्ची श्रधांजलि होगी।
रवीन्द्रनाथ शर्मा ने अपने गुरुदेव को उनके जयंती के अवसर पर स्मरण करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी। बिहार समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव राम सुदिष्ट यादव ने अपने गुरूदेव जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे साम्यवादी, समाजवादी और कबीर पंथ के भी अनुयायि थे। उनके जेहन में सर्व धर्म सम्भाव रखते थे। जयंती के अवसर पर गुरूदेव उचित बाबू को याद करते हुए उन से प्रेरणा लेने का संकल्प लेते हुए नमन किए।
उनके सुपुत्र प्रो सुरेन्द्र प्रसाद सुमन जी और पूर्णेन्दु यादव को बहुत बहुत धन्यवाद इस लिए कि इस इलाके की जनता की भावना को ध्यान रखते हुए उनके जयंती में सक्रिय योगदान दे पाते है। मंच संचालन साम्यवादी नेता कल्याण भारती ने की। इस अवसर पर अपने जीवन का गुरूदेव उचित बाबू से जुड़े संवाद से लोगों को बताते हुए कोटि कोटि नमन किए। इस अवसर पर कार्यक्रम को सुचारु रूप से सफल बनाने में सक्रिय रहे प्रो. सुरेन्द्र प्रसाद सुमन एवं पूर्णेन्दु यादव राजा।
ई रामेश्वर ठाकुर ने अपने गुरूदेव उचित नारायण यादव जी के सम्मान में उनके जीवन पर प्रकार डालते हुए एक पुस्तक का विमोचन कराते हुए श्रध्दा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर सूर्य नारायण यादव, लक्ष्मी लक्ष्मीनारायण गिरि, विजय चन्द्र घोष, ईश्वरचंद्र यादव, जय-जय राम यादव, विष्णुदेव यादव जी, अरुण यादव, शम्भू लाल यादव, राम औतार यादव, प्रकाश ठाकुर, राम एकबार यादव आदि ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी।