क्या भाजपा बना डूबता हुआ जहाज कहा लगेगा किनारा

क्या भाजपा बना डूबता हुआ जहाज कहा लगेगा किनारा

जे टी न्यूज़
समस्तीपुर : समस्तीपुर पंचायती राज के अंतर्गत विधान परिषद चुनाव में भाड़े पर लगाए गए उम्मीदवार भाजपा द्वारा एनडीए गठबंधन को थोपे जाने पर एनडीए के दर्जनों कार्यकर्ता ने कल यूएन प्लेस समस्तीपुर में अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा में जीवन बिताने वाले सैकड़ों कार्यकर्ता को अपमानित किए जाने कि टीस पार्टी के प्रति कार्यकर्ता में अंदर अंदर सुलग रही है्। भारतीय जनता पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता ने यह भी कहा कि ऐसी हालात में कार्यकर्ता को मजदूर समझना पार्टी के लिए बड़ी भूल होगी।

कई कार्यकर्ता ने यहां तक कह दिया कि जीवन बीता देने वाले अति पिछड़ा, पिछड़ा समुदाय से आने वाले जवाहर प्रसाद सिंह, चंद्रकांत चौधरी, राम सूमरन सिंह, रामविलास राय, मोतीलाल अधिवक्ता जैसे विद्वान लोगों को उपेक्षा किया जाना पार्टी के भविष्य में बहुत बड़ी नुकसान होने से इनकार नहीं किया जा सकता। एनडीए के दूसरे घटक में भी लोगों की नाराजगी देखी गई।

चर्चा यह भी सुनी गई की उजियारपुर के सांसद और भारत सरकार में गृह
राज्यमंत्री नित्यानंद राय के नहीं आना भी कहीं ना कहीं पार्टी के अंदर विरोध दर्शाता है। एनडीए घटक के लोगों का यह भी मानना था कि कुशवाहा और पासवान के सहारे अब भाजपा का नैया पार करना और संभव है। चर्चा यह भी है कि भाजपा गठबंधन को वोट क्यों दिया जाए रामविलास पासवान द्वारा समस्तीपुर जिले में लाए गए टेलीफोन विभाग के बड़े कार्यालय को पुणे दरभंगा में शिफ्ट कर दिया जाना, समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक के अधिकार को काटना, रामेश्वर जूट मिल और समस्तीपुर चीनी मिल को भाजपा द्वारा बड़े पूंजीपतियों के हाथ भेज देने के बाद बेरोजगारी उत्पन्न किया जाना, प्रधानमंत्री द्वारा देश के किसानों को अपमानित किया जाना जैसे कई गंभीर सवालों के घेरे में भाजपा के जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेता विवादों के घेरे में हैं।

चर्चा यह रहा कि समस्तीपुर के लोकप्रिय विधान परिषद हरि नारायण चौधरी उर्फ हरी बाबू को कोरोना के समय में सरकार अस्पताल में एक बेड समय पर उपलब्ध नहीं करा सका। ऐसे सत्ता से लोगों को क्या लाभ होगी् भारतीय जनता पार्टी के द्वारा भारतीय रेल सेल टेलीफोन विभाग जैसे महत्वपूर्ण उपकरण बेचे जाने को लेकर भी आम लोगों और जनप्रतिनिधियों में काफी नाराजगी देखे जा रहे हैं।

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