ठाकुर जी की दीक्षा यदि मैं नहीं लिया होता तो 30 जून 2019 को ही हम पति पत्नी की मृत्यु हो जाती: रामजीत पासवान

ठाकुर जी की दीक्षा यदि मैं नहीं लिया होता तो 30 जून 2019 को ही हम पति पत्नी की मृत्यु हो जाती: रामजीत पासवान
जेटी न्यूज

डी एन कुशवाहा

रामगढ़वा पूर्वी चंपारण- बिजली का करेंट लगने की घटना का शिकार हुए रामगढ़वा प्रखंड क्षेत्र के नवकठवा गांव निवासी व निजी विद्यालय के शिक्षक रामजीत पासवान ने सत्संग उप योजना केंद्र भलुवहिंया रामगढ़वा के परिसर में दो साल बाद सह प्रति ऋत्विक अशोक कुमार चौरसिया दादा के नेतृत्व में आयोजित सत्संग को संबोधित करते हुए ठाकुर जी के इष्ट- निष्ट भक्त रामजीत पासवान दा ने शुक्रवार की देर संध्या में सत्संग को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यदि मैं ठाकुर जी की दीक्षा नहीं लिया होता तो 30 जून 2019 को ही मैं और मेरी पत्नी बिजली रूपी काल के गाल में समा गए होते। उन्होंने कहा कि मैं बिजली के पाइप में रस्सी बांधने गया था इसी दौरान बिजली के तार का कबर कट जाने की वजह से उसमें प्रवाहित हो रहे 440 वोल्ट के करेंट में सटकर मर गया होता।

मुझे बचाने के लिए नंगे पांव 5 बार मेरा शरीर पकड़कर मेरी पत्नी के द्वारा खींचना और पांच 5 – 5 फीट की दूरी पर 5 बार फेंका जाना, यह सब ठाकुर अनुकूल चंद्र जी महिमा का ही फल है। वहीं शिक्षक राकेश कुमार ने कहा कि यदि मैं ठाकुर जी की दीक्षा ग्रहण नहीं किया होता तो मैं भी कोरोना रूपी काल के गाल में समां गया होता। वहीं ठाकुर जी के परम भक्त व ईशी नर्सिंग होम तथा बिहार कौशल विकास केंद्र भलुवहिंया के निदेशक विभाष कुमार ओझा ने कहा कि मैं भी यदि डी एन कुशवाहा दादा की बात मानकर ठाकुर जी की दीक्षा नहीं ली होती तो कोरोना रूपी काल के गाल में मेरे भैया और कस्तूरबा प्लस टू विद्यालय रक्सौल के प्रभारी डॉ अश्वनी कुमार ओझा भी आज जीवित नहीं रहते। ठाकुर जी की ऐसी कृपा बरसी कि मेरे भैया के शरीर का 93% फेफड़ा खत्म हो जाने के बाद भी वे आज जीवित हैं। वहीं सत्संग को संबोधित करते हुए सह प्रति ऋत्विक अशोक कुमार चौरसिया दादा ने कहा कि परम दयाल, परम पिता ठाकुर अनुकूल चंद्र जी हम मानवों के कल्याण के लिए ही कलियुग में भूमिष्ट हुए हैं। ठाकुर जी सद्गुरु व अवतारी पुरुष हैं।

उनकी दीक्षा लेकर, उनकी नीति-विधि का पालन करने वाले लोगों का हमेशा कल्याण होता है। इस अवसर पर 1 दर्जन से अधिक श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी की दीक्षा ग्रहण की। सत्संग की शुरुआत ध्रुव नारायण कुशवाहा दा के शंखनाद व ठाकुर जी के पवित्र पंजाधारी पंडित बृजेश तिवारी के उद्बोधनी भजन से हुई। इस अवसर पर पूर्व मुखिया बाल किशोर दादा, विभाष कुमार ओझा दा,अमलेश तिवारी दा, संजय गुप्ता दा तथा मनसा मां ने ठाकुर भक्ति से ओत-प्रोत होकर एक से बढ़कर एक भजन गाकर सभी ठाकुर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मौके पर रामगढ़वा प्रखंड प्रमुख पति श्रीकांत दुबे जी, मशहूर ज्योतिषाचार्य उमेश पाठक जी, राजेश कुमार साह, ज्योति नारायण शर्मा, जगदीश कुमार, रेशमा देवी प्लस टू विद्यालय के शिक्षक डॉ राजीव, अतुल कुमार सिन्हा, शिक्षक राकेश कुमार, संतोष कुमार सिंह, उमेश यादव, मुकेश कुमार, शंभू प्रसाद, संजय कुशवाहा, सुखल सहनी,संजीत कुमार सिंह, श्रीमती चंदा गुप्ता, मधु मां, सरिता मां, संजय कुशवाहा, सुधा मां, सुरेश साह, दिनेश साह तथा देवनाथ प्रसाद सहित दर्जनों गुरु मां एवं गुरु भाई उपस्थित थे।

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