एंटी ह्युमन ट्रेफिकिंग यूनिट (क्षे.मु.) रक्सौल की टीम ने 15 वर्षीय दो नाबालिग नेपाली निर्भयाओं को मानव तस्करों के चंगुल से कराया मुक्त

एंटी ह्युमन ट्रेफिकिंग यूनिट (क्षे.मु.) रक्सौल की टीम ने 15 वर्षीय दो नाबालिग नेपाली निर्भयाओं को मानव तस्करों के चंगुल से कराया मुक्त
जेटी न्यूज

 

डी एन कुशवाहा

रामगढ़वा पूर्वी चंपारण- एंटी ह्युमन ट्रेफिकिंग यूनिट (क्षे.मु.) रक्सौल की टीम ने 15 वर्षीय दो नाबालिग नेपाली निर्भयाओं को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराने में सफलता हासिल की है। ज्ञात हो कि दिनांक 08.07.2022 दिन शुक्रवार, इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने रक्सौल में राम जी चौक के पास से दो 15 वर्षीय नेपाली निर्भयाओं को मानव तस्करों के शिकंजे में जाने से रोक लिया। तत्पश्चात नेपाल पुलिस व एन.जी.ओ. माइती नेपाल के सरंक्षण में सौंपा गया। गौरतलब हो कि रक्सौल में एएचटीयू टीम के द्वारा दो नेपाली निर्भयाओं को तस्करों के हाथो में जाने रोके जाने से क्षेत्र में खासे चर्चा का विषय बना हुआ है।निर्भयाओं को तस्करों द्वारा दिल्ली में झांसा दे कर बुलाया जा रहा था।रात्री में 11:45 बजे रक्सौल से आनन्द विहार वाली ट्रेन से निर्भयाओं को दिल्ली आने को कहा गया था।

 


दोनों नाबालिग लड़कियां तीन दिन पहले काठमांडू से घर वालों को बिना बताये घर का सोना और पैसा लेकर निकल गयीं थीं। अभिवावकों ने दोनों को बहुत खोजा पर कहीं कोई पता नहीं चला तो उन्होंने नेपाल में एफ.आई.आर. भी दर्ज करवायी थी।घर वालों को सोशल मीडिया के माध्यम से इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा का नंबर मिला। उन्होंने एएचटीयू से प्रार्थना करते हुए कहा की हमारी बच्ची को वापस लाने में सहायता कीजिये। एएचटीयू टीम के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने उन्हें आश्वासन दिया और कहा कि जल्दी ही उनकी बच्चियों को वापस लाया जाएगा।भाषा व अन्य पूछताछ के कारणों को लेकर माइती नेपाल (एन.जी.ओ.) को सम्पर्क किया गया। उनके आने पर, दोनों नाबालिगों से जब बात की गयी तो उन्होंने पहले तो इधर-उधर की बातें कहीं कि हम तो दिल्ली अपने रिश्तेदार के यहाँ जा रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि रिश्तेदार कहां रहते हैं तो वो पता नहीं बता पायी। जब उनसे कहा गया कि तो घर से रूपये और सोना क्यों लेकर भागी हो ? तब भी वो कोई उत्तर नहीं दे पायी। जब उनके फ़ोन चेक किये गए तो कोई उन्हें दिल्ली आने के मैसेज कर रहा था और उनसे रूपये और सोना लाने के संदर्भ में बात कर रहा था। इन्वेस्टीगेशन टीम अब उस व्यक्ति की जानकारी लेने में जुट गयीं है।

दोनों नाबालिगों को माइती नेपाल (एनजीओ) व नेपाल प्रहरी बीरगंज को सौंप दिया गया।और उनके अभिवावक को सूचना कर दी गयी है। इस बाबत माइती नेपाल की हैड गोमा पोडेल ने कहा कि ए.एच.टी.यू टीम के साथ हम सदैव् सहयोग कर रहें हैं व करते रहेंगे। विदित हो कि ए.एच.टी.यू टीम रक्सौल (मानव तस्करी रोधी ईकाई) बहुत लोगों का उद्दार कर रही है जो काफी सराहनीय कार्य है। उक्त अभियान में ए.एच.टी.यू टीम के इंस्पैक्टर मनोज कुमार शर्मा के साथ अन्य सहयोगी रहे। जिसमें मुख्य आरक्षक राम कुमार, महिला आरक्षी मोनिका, महिला आरक्षी मोनिका कल्पना बाजपेई. माइती नेपाल एन.जी.ओ. से कृष्णा राणा मगर तथा पूजा ठकुरी का भी सहयोग रहा।

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