मध निषेध कानून का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार करने गई पलनवा पुलिस की पिटाई से एक महिला की हुई मौत, परिजनों ने किया हंगामा

मध निषेध कानून का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार करने गई पलनवा पुलिस की पिटाई से एक महिला की हुई मौत, परिजनों ने किया हंगामा♥
जेटी न्यूज

 

 

डी एन कुशवाहा

रामगढ़वा पूर्वी चंपारण – स्थानीय थाना क्षेत्र के धनहर दिहुली पंचायत अंतर्गत खरकटवा दुर्गा नगर गांव में रविवार की रात्रि करीब 9 बजे मध निषेध कानून का उल्लंघन करने के आरोपी रामानंद पंडित को गिरफ्तार करने गई पलनवा थाना पुलिस गिरफ्तार कर अपने गाड़ी में बैठाने लगी। जिसका विरोध करने गई रामानंद पंडित की 59 वर्षीय धर्म पत्नी जगी देवी को पुलिस एवं चौकीदार ने पिटाई कर दी जिससे उसकी मौत हो गई। इस बाबत मृतक जगी देवी के पुत्र करम चंद्र ने बताया कि जब पुलिस एवं चौकीदार मेरे पिताजी को पकड़कर गाड़ी में बैठाने लगी तब मेरी मां जगी देवी उन्हें बचाने गई। तब पलनवा पुलिस ने धक्का देकर हटा दिया।उसके बाद जब वह नहीं मानी तो लात से पेड़ू पर मार दिया। जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गई और उसके मुंह एवं नाक से खून निकलने लगा एवं वह बेहोश होकर गिर पड़ी। उसके बाद हमलोग उन्हें उपचार हेतु डंकन हॉस्पिटल ले गए जहां के चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उसके बाद जगी देवी के लड़के एवं ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गए। सोमवार की सुबह जगी देवी का शव लेकर उसके लड़के एवं ग्रामीण डीएसपी कार्यालय रक्सौल पहुंच कर धरना प्रदर्शन करने लगे।

इतने में दर्जनों की तादाद में पुलिस वहां पहुंच गई और रक्सौल अनुमंडल कार्यालय पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। रक्सौल एसडीओ, डीएसपी, सुगौली अंचल इंस्पेक्टर अभय कुमार, रामगढ़वा अंचलाधिकारी मणि भूषण कुमार तथा रामगढ़वा थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान आदि पदाधिकारियों के काफी मशक्कत करने एवं दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के आश्वासन पर जगी देवी के परिजन शांत हुए और उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी लेकर गए। उसके बाद मामला शांत हुआ।

 

 

इस बाबत डीएसपी चंद्र प्रकाश ने बताया कि पलनवा पुलिस जब आरोपी रामानंद पंडित को गिरफ्तार करने गई उस समय जगी देवी का हार्ड अटैक कर गया जिससे उनकी मौत हो गई। इस बाबत पलनवा थानाध्यक्ष प्रभाकर पाठक ने बताया कि रामानंद पंडित के खिलाफ दारू बेचने की शिकायत मिली थी जिसकी वजह से पुलिस छापामारी करने गई और उन्हें गिरफ्तार कर पलनवा थाना लाई। उन्होंने बताया कि रामानंद पंडित से या उनके परिवार के सदस्यों से पुलिस को कोई दुश्मनी नहीं है। इसलिए जगी देवी को मारने का कोई मतलब ही बनता है। पुलिस और चौकीदार के ऊपर मारने का आरोप सरासर गलत है। श्री पाठक ने बताया कि रामानंद पंडित एवं उनके पड़ोसी पासवान जी लोगों के बीच जमीनी विवाद मामले में दोनों तरफ से 2-2 किता मुकदमा दर्ज है। उस मामले में उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।

 

दारू के मामले में रामानंदन पंडित पूर्व में भी जेल जा चुके हैं और इस बार भी गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने बताया कि रामानंद पंडित के घर से बिक्री के लिए रखे गए 8 दारू का पाउच बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि रामानंद पंडित से जब मैंने पूछा कि आपके पत्नी को कोई बीमारी थी तो उन्होंने बताया है कि मेरी पत्नी को टीबी और हार्ड की बीमारी है, जिनका इलाज कौड़िहार चौक रक्सौल स्थित किसी डॉक्टर से चल रहा था। जबकि मृतक जगी देवी के परिजनों ने बताया कि यह झूठ बात है, पुलिस की पिटाई से ही मेरी मां मरी है। श्री पाठक ने बताया कि रामानंद पंडित को कोर्ट से आवेदन देकर 15 दिनों के लिए उनके दाह संस्कार एवं श्राद्ध कार्य के लिए वापस बुला दिया गया है और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार करने के लिए परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।

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