भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक जुवान हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने की मांग चाँद मुसाफिर

भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक जुवान हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने की मांग चाँद मुसाफिर
जे टी न्यूज़

 


दलसिंहसराय: अनुमंडल के बिद्यापतिनगर स्थित शेरपुर गांव में शिबू कुटीर परिसर में तरुण सांस्कृतिक चेतना समिति की ओर से हिन्दी दिवस का् आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार चांद मुसाफिर ने की। उन्होंने समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक देश में जबतक एक बिधान एक निशान और एक जुवान नहीं होगी तब तक वह देश शक्तिशाली नहीं हो सकती। हमारे देश में एक बिधान संविधान हैं।ईसी प्रकार एक निशान तिरंगा झंडा है किन्तु एक जुवान से देश वंचित हैं। अतः हिन्दी को राष्ट्रभाषा घोषित कर देश को शक्तिशाली बनाना आवश्यक है। अन्य बक्ताओं में सीताराम शेरपुरी अनिल कुमार झा राजीव कुमार मिश्र उमेश यादव गणेश यादव विद्यासागर ब्रह्मचारी अमित काश्यप अमिय काश्यप आदि ने भी हिन्दी भाषा को समृद्ध और शक्तिशाली बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

कहां हिन्दी के विकास से ही देश में एकता संप्रभुता समानता और समरसता की भावना बढ़ती है। मौके पर बिहार सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमिय काश्यप ने हिंदी के बिकास में निरन्तर योगदान देने के उपलक्ष में साहित्यकार चांद मुसाफिर और हास्य-व्यंग्य के कवि सीताराम शेरपुरी को अंगबस्त्र पाग कलम और माला देकर सम्मानित किया।अंत में कवि सम्मेलन।का भी आयोजन किया गया।

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