यूरोपीय सांसदों का कश्मीर दौरा कश्मीर समस्या का अंतरराष्ट्रीयकरण है.

यूरोपीय सांसदों का कश्मीर दौरा कश्मीर समस्या का अंतरराष्ट्रीयकरण है

ऩई दिल्ली ::@28 यूरोपीय सांसदों में से एक क्रिस डेविड का न्योता वापस ले लिया. क्योंकि क्रिस डेविस ने कश्मीर में स्वतंत्र रूप से लोगों से मिलने की शर्त रखी थी. आए 27 उनमें से भी 4 दिल्ली से वापस लौट गए. बाकी 23 सांसद कश्मीर दौरे पर पुलिस व सेना के के पहरे में श्रीनगर पहुंचे.


2- यूरोपीय सांसदो का प्रतिनिधिमंडल आधिकारिक नहीं था. वे सब व्यक्तिगत बुलावे पर आए थे.
3- दौरे का आयोजन भारतीय प्रशासन के सहयोग से मोदी समर्थक ” वुमन्स इकनॉमिक एंड सोशल थिंक टैंक” की ओर से किया गया था.
4- दौरे का खर्च “इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर नॉन एलाइंड स्टडीज” ने किया है. इस संस्था को मिलने वाले फण्ड का स्रोत क्या है? कोई नहीं जानता.

5- यूरोपी यूनियन के संसद में 751 सीटे है जिसमे से 73 सासदो ने मिल कर धुर दक्षिण पंथी गुट बनाया है इसी 73 मे से ज्यादा तर सांसद भारत आये हैं। इस प्रकार 27 सांसदों में से सभी 22 सांसद यूरोपीय संसद के साथ साथ अपने देश में धुर दक्षिण पंथी राजनेता है.
6- मोदी अपने समर्थकों को यूरोपीय सांसदो के इस दौरे से दिखाना चाहते हैं कि कश्मीर में “ऑल इज़ बैल”. और दुनियां में भी यही संदेश देना चाहते हैं.
7- यदि कश्मीर में सब कुछ समान्य “ऑल इज़ बैल” है तो फिर देश के विपक्षी सांसदों को कश्मीर जाने से क्यों रोका? देश विदेश के पत्रकार कश्मीर में क्यों नहीं जाने दिये जा रहे हैं?

8- यह भी बात अब मंजरे आम है कि इस 27 सांसदो को एन जी ओ चलाने वाली मादी शर्मा ने यह कह कर बुलाया कि प्रधानमंत्री आप से मिलना चाहते है और आप को कश्मीर का दौरा करना है यह भी कमाल है कि कश्मीर जैसे सेन्सेटिव मामले को कोई एन जी ओ देख रहा है मादी शर्मा खुद को सोसल कैपिटलिस्ट ,इन्टरनेशनल बिजनेस ब्रोकर और शिक्षा उद्यमी बताती हैं.
9- देश के सांसदों से ऊपर विदेशी सांसदों को तरजीह देकर मोदी ने संसद की अवमानना की है. और सरकार के बजाय NGO कश्मीर के संवेदनशील मसले पर फैसला ले, यह देश के साथ खिलवाड़ है. और गम्भीर चिंता का विषय है.
10- क्या हम कश्मीर जो कि कल तक आन्तरिक मामला था हिन्दूस्तान का उसे अन्तर्राष्ट्रीय बना रहे हैं.
11- अब अमेरिका सहित अनेक देशों के सांसद, पत्राकार, मानव अधिकार कार्यकर्ताओं को कश्मीर आने से मोदी कैसे रोक सकेंगे.
12- कश्मीर के मसले पर 2 2 अक्तूबर को अमेरिकी संसद में चर्चा के दौरान सदस्यों ने कई गम्भीर सवाल उठाए थे.


13- संयुक्त राष्ट्र संघ 29 अक्तूबर को कश्मीर में मानव अधिकारों के हनन पर ब्यान जारी कर चिंता जता चुका है.
14- मोदी ने पाकिस्तान की कश्मीर को अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बनाने की मुराद पूरी कर दी है.
15- ट्रम्प पिछले 2 महीने में कई बार कश्मीर में भारत पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश कर चुके हैं. मोदी उसी दिशा में कश्मीर के मुद्दे को लेकर जा रहे हैं. जो कि बहुत खतरनाक होगा.

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