स्टेशन पर एलिवेटर रोड सहित फुटओवरब्रिज के निर्माण के साथ एस्केलेटर और लिफ्ट लगाये जाने की मांग
रक्सौल पूर्वी चंपारण- नेपाल के मुख्य द्वार पर स्थित रक्सौल रेलवे स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किये जाने की दिशा में एक नई पहल की गई है। एलिवेटर रोड सहित फुटओवरब्रिज के निर्माण के साथ रक्सौल स्टेशन पर लिफ्ट और एस्केलेटर की सुविधा प्रदान किये जाने को लेकर शिक्षाविद डॉ. स्वयंभू शलभ ने केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव एवं रेलवे बोर्ड के चेयरमैन श्री वी के त्रिपाठी को पत्र भेजा है।
पत्र में डॉ. शलभ ने बताया है कि रक्सौल रेलवे स्टेशन के पूर्वी भाग में स्थित फुटओवरब्रिज समुचित रेनोवेशन के अभाव में काफी समय से बंद पड़ा है जिसके कारण यात्रियों को प्लेटफॉर्म पार करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रेलवे द्वारा इस पुल को ‘परित्यक्त’ घोषित किये जाने के बाद भी इसकी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। 2 और 3 नं प्लेटफॉर्म पर पूरब की ओर उतरने वाले यात्रियों को प्लेटफॉर्म की लंबी दूरी तय करके पीछे पश्चिमी पुल की तरफ आना पड़ता है। महिला, वृद्ध और अशक्त व्यक्तियों के लिए यह दूरी तय करना काफी मुश्किल और कष्टदायक होता है। कोरोना काल के समय से ही यह समस्या बनी हुई है।
इस फुटओवरब्रिज की वस्तुस्थिति बताते हुए कहा है कि इसका फर्श पूरी तरह जर्जर हो चुका है और सपोर्टिंग दीवारें भी कमजोर हो चुकी हैं। यह पुल किसी भी समय दुर्घटना का कारण भी बन सकता है। इसे आधुनिक तरीके से एलिवेटर रोड के साथ निर्माण किये जाने की आवश्यकता है ताकि बाहर से आने वाले यात्री एलिवेटर रोड से सीधे दूसरी मंजिल तक पहुंचकर वहाँ से सीधे संबंधित प्लेटफॉर्म पर उतर सकें।
आगे बताया है कि भारत नेपाल सीमा पर स्थित अंतरराष्ट्रीय महत्व के इस स्टेशन पर पड़ोसी देश नेपाल के साथ साथ अन्य देशों के यात्री / पर्यटक भी बड़ी तादाद में पहुंचते हैं। पटना और मुजफ्फरपुर से अन्य लंबी रूट की ट्रेन पकड़ने के लिए रक्सौल स्टेशन ही सबसे सुगम मार्ग होता है।
रक्सौल स्टेशन के अंतरराष्ट्रीय महत्व को देखते हुए यहाँ एक अतिरिक्त एस्केलेटर और लिफ्ट की भी आवश्यकता है। डॉ. शलभ ने एलिवेटर रोड सहित फुटओवरब्रिज के निर्माण के साथ यहाँ लिफ्ट और अतिरिक्त एस्केलेटर की सुविधा प्रदान कर इस स्टेशन को इसके गौरव के अनुरूप विकसित किये जाने की मांग की है।
जेटी न्यूज: डी एन कुशवाहा