बिहार के स्कुलो में केवल खिचड़ी वं कालेजों में डिग्री बाटी जा रही है—प्रसंत
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बिहार के स्कुलो में केवल खिचड़ी वं कालेजों में डिग्री बाटी जा रही है—प्रसंत
*जे०टी०न्यूज:-*
केसरिया/पू०च०
बिहार के स्कुलो में केवल खिचड़ी वं कालेजो में डिग्री बाटी जा रही है । शिक्षा पुरी तरह चौपट हो चुकी है मुख्यमंत्री जी केवल कुर्सी बचाने में लगे हैं उक्त बातें राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा । उन्होंने काहा कि बिहार सबसे पिछड़ा,अशिक्षित, बेरोजगारी व भुखमरी वाला राज्य है।अगर स्थिति सुधारनी है तो जाती वाद से उपर उठ कर भोट करना होगा। यह तभी सम्भव है जब यहां के लोग अपनी जिम्मेवारी को समझेंगे।जाति-धर्म के बदले विकास व अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए वोट करेंगे तभी स्थिति सुधरेगी।वे शनिवार को कुण्डवा मध्य विद्यालय कैम्प में जन सुराज यात्रा के 91वें दिन विभिन्न गावों के भ्रमण करने से पहले प्रेस को संबोधित करते हुए कही।उन्होंने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर कहा कि सरकार की उदासीनता के कारण राज्य की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है।वहीं किसानों की स्थिति पर बोलते हुए कहा कि फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण किसानों की स्थिति दयनीय है।विगत दस वर्षों में राज्य में 13 प्रतिशत धान व एक प्रतिशत गेंहूँ हीं सरकारी मूल्य पर खरीदा गया है।जबकि पंजाब में यह आंकड़ा 70 फीसदी है।सिंचाई की सही व्यवस्था नहीं होना व खाद-बीज की अनुपलब्धता भी किसानों की दयनीय स्थिति का एक कारण है।प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना पर बोलते हुए कहा व्यवस्थित तरीके से 40 रुपया प्रति क्विंटल के हिसाब से विधायक से लेकर पदाधिकारी व अन्य जनप्रतिनिधि तक गरीब जनता से पीसी काट रहे हैं।जिसके कारण लोगों को कम अनाज मिल रहा है।उन्होंने मशरख शराब कांड पर कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस तरह से जहरीली शराब से हुए मौत का जिस प्रकार माखौल उड़ाया है उससे जनता के अंदर उनके खिलाफ रोष है।प्रशांत किशोर ने शराबबंदी को पूरी तरह फेल करार देते हुए कहा कि शराब की दुकान तो बंद है लेकिन इसकी होम डिलीवरी जारी है।शराबबंदी को हटाया जाना चाहिए।इससे राज्य को बहुत बड़ा नुकसान है।वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाने के लिए हीं ये पदयात्रा कर रहे हैं।प्रेस को संबोधित करने के उपरांत वे बैरिया सहित अन्य नजदीकी गांवों का भ्रमण कर लोगों की समस्या से अगवत हुए।