किसान मजदूर का संयुक्त सम्मेलन ताल कटोरा स्टेडियम दिल्ली में संपन्न हुआ- प्रभुराज नारायण राव

किसान मजदूर का संयुक्त सम्मेलन ताल कटोरा स्टेडियम दिल्ली में संपन्न हुआ- प्रभुराज नारायण राव
जे टी न्यूज


दिल्ली: अखिल भारतीय मजदूर किसान संयुक्त सम्मेलन तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली में संपन्न हुआ सर्व प्रथम सम्मेलन के उद्देश्य को बतलाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेता तथा अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का. हन्नान मौला ने कहा कि आज इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य देश में एकता , भाईचारा और धर्मनिरपेक्षता के लिए मजदूर और किसानों को कटिबद्ध करना हैं। साथ ही सांप्रदायिकता , नफरत और फूट डालने वाले ताकतों को गद्दी से हटाना है।
अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक ढवले ने कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार 2 सौ किसान और मजदूर संगठनों का सम्मेलन हो रहा है। जिसका उद्देश्य देश पर हुकूमत कर रहे घोर किसान, मजदूर , नौजवान , छात्र , महिला , दलित तथा अल्पसंख्यक विरोधी मोदी सरकार को हमेशा के लिए गद्दी से हटाना है 


उन्होंने कहा कि यह सरकार कारपोरेट परस्त तथा सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाली सरकार है । यह किसानों की जमीनों को छीन कर कारपोरेट को देकर किसानों को कंगाल बनाना चाहती है। इसलिए इसे हटाना जरूरी है ।
सीटू के राष्ट्रीय महासचिव तपन सेन ने कहा कि मोदी सरकार मजदूरों पर लगातार हमले कर रही है ।सभी श्रम कानूनों को समाप्त कर दिया है। मजदूरों से काम छीना जा रहा है। सरकारी सेवाओं में बहाली बंद है । इसलिए देश के हम सब एक होकर भाजपा हराओ, मोदी हटाओ का आह्वान इस सम्मेलन से किया है ।
उन्होंने कहा कि लिखित आश्वासन के बावजूद केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम एस पी) और बिजली संशोधन विधेयक के संबंध में किसानों से की गई प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने में विफल रही ।
उन्होंने केंद्र सरकार की कॉर्पोरेट समर्थक और किसान विरोधी नीतियों के कारण भारत में कृषि संकट पर प्रकाश डाला । जिसके परिणाम स्वरूप किसानों की आय में गिरावट आई है और ऋण ग्रस्तता और आत्महत्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आश्वासन के बावजूद न्यूनतम समर्थन मूल्य एसपी और बिजली संशोधन विधेयक के संबंध में किसानों से की गई प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने में विफल रही है ।


सम्मेलन में राष्ट्रव्यापी आंदोलन खड़ा करने की घोषणा की गई। किसानों की हुई लखीमपुर खीरी में नरसंहार की याद में 3 अक्टूबर को काला दिवस के रूप में मनाया जायेगा। 26 से 28 नवम्बर तक सभी राज्यों की राजधानियों में राजभवन के सामने तीन दिनों का महापड़ाव किया जाएगा । दिसम्बर 23 और जनवरी 24 में बैठक आयोजित कर बड़े पैमाने पर आंदोलन करने की योजना बनाई जाएगी ।
इस सम्मेलन में अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव का . बीजू कृष्णन , कोषाध्यक्ष कृष्णा प्रसाद , सीटू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमलता , सचिव ए आर सिंधु , ए आई के एस के महासचिव अतुल अनजान , किसान महासभा के महासचिव राजाराम सहित दर्जनों राष्ट्रीय किसान , मजदूर नेताओं ने संबोधित किया ।

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