स्किल डेवलपमेंट के बल ही 2047 तक भारत बन सकता है विकसित:- विभागाध्यक्ष, डॉ. दिव्या रानी हंसदा

स्किल डेवलपमेंट के बल ही 2047 तक भारत बन सकता है विकसित:- विभागाध्यक्ष, डॉ. दिव्या रानी हंसदा

स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम “वर्ली आर्ट टाई एंड डाई” कार्यक्रम के तहत फेविकल बनाने का प्रशिक्षण गृह विज्ञान विभाग में हुआ आयोजित।

 

जे टी न्यूज़ , लनामिवि दरभंगा: विश्वविद्यालय गृह विज्ञान विभाग में छात्रा व शोधार्थी के विशेष मांग पर प्रधानमंत्री जी के “विकसित भारत @2047” के तहत स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम:- “वर्ली आर्ट टाई एंड डाई” का आयोजन विभागाध्यक्ष डॉ. दिव्या रानी हंसदा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विभागाध्यक्ष डॉ. दिव्या रानी हंसदा ने कही कि आज का युग स्किल डेवलपमेंट का युग है। देश अभी आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृतकाल मना रहा है। प्रधानमंत्री जी ने आजादी के 100 साल 2047 में पूरे होने पर भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में विकसित भारत @2047 कार्यक्रम को लांच कर लक्ष्य तय कर दिया है।

अब 140 करोड़ भारतीयों को जगना होगा और अपनी-अपनी ओर से अपने-अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ योगदान देना होगा। देश तभी इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। एक गौर करनेवाली बात है कभी आपसबों ने किसी भी विकसित देशों की ढांचे का अध्ययन करना। आपको पता चलेगा कि जितने भी विकसित देश हैं वो सरकारी नौकरी के बदौलत नहीं बल्कि स्किल डेवलपमेंट के बदौलत इस लक्ष्य को हासिल किया है। विकसित देशों में आप अध्ययन करेंगे तो पता चलेगा कि सरकार का नियंत्रण सिर्फ प्रशासन, सेना व इंटेलिजेंस जैसे कुछ प्रमुख विभागों पर होता है। बाकी सबका निजीकरण है। इसीलिए आप सब यह समझ लें कि आने वाले दौर सरकारी नौकरी का नहीं बल्कि स्किल डेवलपमेंट का है। दुनिया की आबादी आज करीब 7 अरब है। इस भौतिक युगों में लोगों की लालसा बढ़ती जा रही है जिसे स्किल डेवलपमेंट से ही पूरा किया जा सकता है।

इसीलिए जो देश जितना स्किल डेवलपमेंट में आगे होगा वो उतना जल्दी विकसित होगा। इसी को मद्देनजर रखते हुए प्रधानमंत्री जी ने वोकल फॉर लोकल, मेक इन इंडिया की नींव रखा है और जब वोकल फॉर लोकल और मेक इन इंडिया की बात होगी तो यकीनन स्किल डेवलपमेंट वालों को खोजा जायेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए आज हमने फेविकल बनाने की कंपनी वालों को विभाग में बुलाया है। आपलोग इसका पूरा प्रशिक्षण अभी प्राप्त करें। हम आगे भी अलग-अलग कंपनियों को आपलोगों के लिये बुलाते रहेंगे। इस दौरान बतौर प्रशिक्षक पीडी लाइट कंपनी के एक्सपर्ट आर्टिस्ट प्रियंका चौधरी, आकांक्षा कुमारी व मार्केटिंग इंचार्ज रवि वर्मा ने उपस्थित सभी छात्राओं व शोधार्थियों को स्मार्ट क्लास के माध्यम से फेविकल बनाने का प्रशिक्षण दिया। इस दौरान विभाग की सभी शिक्षिका व कर्मी उपस्थित थे।

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