श्री गीता भागवत कथा, पूर्णाहुति एवं गीता जयंती समारोह संपन्न

श्री गीता भागवत कथा, पूर्णाहुति एवं गीता जयंती समारोह संपन्न

जे टी न्यूज, सासाराम (रोहतास) शहर में स्थित गीता घाट आश्रम में श्री गीता भागवत कथा की पूर्णाहुति एवं गीता जयंती समारोह संपन्न हुआ। शनिवार को प्रातः काल में 18 अध्याय गीता पाठ किया गया। रामचरितमानस एवं मेरा लक्ष्य का पाठ किया गया। आज मोक्षदा एकादशी है गीता जी का जन्म आज ही के दिन हुआ था। महाभारत युद्ध के दौरान जब अर्जुन को मोह हो गया भगवान श्री कृष्णा ने गीता जी का ज्ञान देकर के अर्जुन के मोह को दूर किया भ्रम को दूर किया।

भगवान श्री कृष्ण ने गीता जी मंत्र के रूप में कहा था। वेदव्यास ने इस श्लोक बद्ध किया पूज्य गीता घाट बाबा जी ने कहा था। है सार गीता का यही अभियान करना छोड़ दे। अपने स्वाभाविका कर्म से नाता प्रभु का जोड़ दें। मशोदी से पधारे विश्वरंजन जी गीता जयंती पर विशेष प्रकाश डाला। बताया कि गीता जी संपूर्ण उपनिषदों का सार है।

स्वामी कमलानंद, स्वामी अर्जुन आनंद, स्वामी अमरेंद्र आनंद, स्वामी भारत भूषण अपने विचार व्यक्त किया।गुरुदेव गीता घाट बाबा संग्रहालय का उद्घाटन किया गया। आश्रम में भंडारा में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। भक्त राधेश्याम जी, धन्नजय सिंह, रमेश कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह, नवीन कुमार सिंह सहित सैकड़ों भक्त मौजूद थे।

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