पराक्रम दिवस के रुप में मनाया गया नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती
पराक्रम दिवस के रुप में मनाया गया नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती
जे टी न्यूज, मधुबनी(विष्णुदेव सिंह यादव):
जवाहर नवोदय विद्यालय मधुबनी रांटी स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती सामारोह कार्यक्रम पराक्रम दिवस के रुप में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर प्राचार्य सतीश चंद्र झा सहित सभी शिक्षक,
शिक्षकेत्तर कर्मियों एवं छात्रों ने नेताज़ी के प्रतिमा पर पुष्प गुच्छ अर्पित कर श्रद्धासुमन व्यक्त किया। यह जानकारी ई सी पी कृष्णकांत ने विज्ञप्ति जारी कर दी हैं।
जयंती अवसर के मौके पर प्राचार्य सतीश चन्द्र झा ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस बेहद योग्य व्यक्तित्व थे। उन्होंने 1920 में इंग्लैंड में सिविल सर्विस एग्जाम पास कर लिया था। इस परीक्षा में नेताजी का चौथा स्थान था। यह और बात है कि देश की आजादी के लिए उन्होंने पद त्याग कर आंदोलन में कूदने का फैसला लिया।
आजादी के लिए नेताजी का नजरिया बड़ा साफ था। उन्हें पता था कि आजादी थाली में परोसकर नहीं मिलेगी। इसकी देशवासियों को कीमत चुकानी पड़ेगी। इसी के चलते उन्होंने आजादी के आंदोलन से युवाओं को जोड़ा।
‘जय हिंद’, ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’, ‘चलो दिल्ली’ जैसे नारे देकर उनका जोश बढ़ाया। समारोह का संचालन डॉ कृपाशंकर पाठक ने किया। वहीं एस के पांडेय एम के पांडेय , फैयाज अहमद, बी नारायण, ए के झा, एस के झा, ए के सिंह, मनीष चौधरी एवं कृष्णकांत ने भी अपने अपने विचार प्रकट किए