नीति आयोग भारत सरकार ने ली एमडीए राउंड की तैयारियों का जायज़ा

नीति आयोग भारत सरकार ने ली एमडीए राउंड की तैयारियों का जायज़ा

जे टी न्यूज़, गया : नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा गुरुवार को समाहरणालय के अपर समाहर्ता कक्ष में वर्चुअल मीटिंग की गयी. इस मीटिंग में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर पर आवश्यक निर्देश दिये गये।

ज्ञात हो कि 10 फरवरी से होने वाले सर्वजन दवा सेवन अभियान का अनुश्रवण नीति आयोग द्वारा किया जा रहा है।अभियान की तैयारियों को लेकर गुरुवार को नीति आयोग के स्वास्थ्य तथा पोषण नोडल पदाधिकारी ने वर्चअल मीटिंग कर सभी आकांक्षी जिलों के जिलाधिकारियों से जरूरी जानकारी ली है

इस दौरान अपर समाहर्ता अंजनी कुमार ने वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की तैयारियों की अद्यतन जानकारी दी गई है।इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक,

विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल आफिसर डॉ कुणाल, पीरामल फाउंडेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अभिनव तथा चंदन कुमार मिश्रा, मलेरिया निरीक्षक अजय कुमार, सीफार स्टेट कॉर्डिनेटर शिकोह अलबदर, पीसीआई से अमित कुमार तथा सरकारी महकमे के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे हैं।

शतप्रतिशत लक्ष्य पूरा किया जायेगा:अपर समाहर्ता ने कहा कि सर्वजन दवा सेवन अभियान का लक्ष्य शतप्रतिशत पूरा किया जायेगा। अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा नगर निगम, शिक्षा, पंचायती राज विभाग, जीविका, समेकित बाल विकास विभाग तथा दूसरे विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है। हर प्रकार से इस अभियान के बारे में जन जागरूकता लायी जा रही है ।

सभी जगहों पर रैली तथा जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।सर्वजन दवा सेवन के लिए 16 प्रखंड चयनित है सिविल सर्जन ने बताया कि जिला में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर चलाये गये नाइट ब्लड सर्वे अभियान की रिपोर्ट में माइक्रो फाइलेरिया परजीवी ग्रसित 129 नये रोगी मिले हैं। 16 प्रखंडों एवं तीन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में माइक्रो फाइलेरिया प्रसार दर एक या एक प्रतिशत से अधिक आया है।

 

इसे लेकर इन प्रखंडों में एमडीए अभियान चलाया जायेगा।इस दौरान अल्बेंडाजोल और डीईसी के साथ आइवरमेक्टिन दवा भी दी जायेगी और सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है। अभियान में सभी की सहभागिता आवश्यक है। डीवीबी डीसीओ ने बताया कि यह दवा स्वास्थ्यकर्मियों, आशा अथवा आंगनबाड़ी सेविका के सामने ही करना है।दवा सेवन को लेकर किसी प्रकार की कोताही नहीं करनी है। दवा पूरी तरह सुरक्षित है और अन्य जिलों में भी इसका सेवन कराया जा रहा है।

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