महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर मकेर सारण में मढ़ौरा चीनी मिल के किसानों की विशाल आमसभा

महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर मकेर सारण में मढ़ौरा चीनी मिल के किसानों की विशाल आमसभा

 

जे टी न्यूज़, बेतिया : बिहार राज्य किसान सभा तथा बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ सारण द्वारा सोनहो के मकेर में किसानों के विशाल आमसभा का आयोजन किया गया।सभा की अध्यक्षता प्रो .अंबिका राय पूर्व प्राचार्य ने की तथा संचालन किसान सभा के जिला अध्यक्ष शिवशंकर यादव ने की।

सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत दिवस के अवसर पर उनके प्रतिमा पर बिहार राज्य ईख उत्पादक संघ के महासचिव प्रभुराज नारायण राव ने माल्यार्पण किया और श्रद्धांजलि दी।

सभा को सम्बोधित करते हुए बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ के महासचिव प्रभुराज नारायण राव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने नीतिश कुमार के सहयोगियों के यहां ई डी को भेजना शुरू कर दिया।

जब नीतीश कुमार ने 23 जून को सबसे पहले पटना में इंडिया की बैठक बुलाई जिसमें 28 दलों के लोग शामिल हुए । तो मोदी और शाह के होश उड़ने लगे और नीतीश कुमार को तबाह करने में लग गए। 19 जून को नीतीश कुमार के खास सहयोगी गब्बू सिंह के यहां ई डी का नोटिस आ गया ।

फिर 22 जून को जब उनके विधान पार्षद भक्त चरण सेठ के यहां ई डी के छापे पड़े । 23 जून को इंडिया गठबंधन की बैठक होने के बाद नीतीश कुमार तथा वित्त मंत्री विजय चौधरी के खास सहयोगी कारों सिंह के यहां ई डी की छापेमारी हुई और अब जदयू का पूरा खेमा विचलित हो गया था।

इसी बीच नीतीश कुमार के खास चहेते ब्यूरोक्रेट्स लोगों के यहां निगरानी बढ़ गई । तो फिर सबों ने निर्णय लिया कि बचाव के लिए हमें भाजपा के गोद में जाना ही पड़ेगा और यही कारण था कि नीतीश कुमार बिना किसी उलझन के , बिना किसी टकराहट के असहज महसूस करने का हवाला देकर भाजपा की गोद में जा बैठे।

उन्होंने आगे कहा कि बिहार में बंद पड़े चीनी मिलों को चालू करने की लड़ाई बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ कर रहा है । मढ़ौरा चीनी मिल 1904 में स्थापित हुआ था और सबसे बढ़िया क्वालिटी का चीनी पैदा करता था ।आज उस चीनी मिल को बंद हुए बरसों गुजर गए ।बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है । यहां कृषि आधारित उद्योग ही लगाया जा सकता है । यहां स्थानीय स्तर पर जो संसाधन है ,उस आधार पर उद्योग लग सकता है ।जब 29 चीनी मिले यहां चालू थी । जिसमें से 20 चीनी मील आज बंद पड़ी है और मात्र 9 चीनी मील चल रहा है ।जबकि चीनी निकालने के बाद उसके वायो प्रोडक्ट के रूप में इथेनॉल ,बिजली ,खाद ,कागज स्प्रिट बनाया जा रहा है । ऐसी स्थिति में बंद पड़े सभी चीनी मिलों को चालू कर बिहार के विकास को आगे बढ़ाने की जरूरत है । जिसमें लाखों नौजवानों को रोजगार मिलेगा। बिहार के किसानों को कैश क्रॉप के रूप में गन्ना लगाने का मौका मिलेगा।

आमसभा को माकपा के बिहार विधानसभा सदस्य डॉक्टर सत्येंद्र यादव ने संबोधित करते हुए बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का रुख महागठबंधन विरोधी होने के पीछे यहीं कारण है । जिस कारण से अजीत पवार , शिंदे गुट ,हेमंत विश्व सरमा जैसे सैकड़ो लोग ईडी ,सीबीआई के हमले के कारण बीजेपी के वाशिंग मशीन में जाकर धूल गए और पाक साफ हो गए । यही रास्ता नीतीश कुमार को भी अपनाना पड़ा है । लेकिन इनकी बिहार में बड़े पैमाने पर निंदा हो रही है । उन्होंने आगे कहा कि यहां के किसान जागरूक हो जाएं, तो बंद मढ़ौरा चीनी मिल को चालू करने में हम आपके लड़ाई के साथ रहेंगे । सभा को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव तथा बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ के संयुक्त सचिव अरुण कुमार ने जोर देकर कहा कि किसानों को गोलबंद करके हम इस चीनी मिल को चालू करेंगे और किसानों का करोड़ों रुपया जो मढ़ौरा चीनी मिल पर बताया है । उसको दिलवाएंगे । इसके लिए सभी किसानों को सड़कों पर उतरने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर चीनी मिल चालू हो जाता है ,तो इस इलाके का विकास असंभावित है। सभा को राजनाथ राय , राजेन्द्र राय, नग नारायण राय आदि ने संबोधित किया। जबकि धन्यवाद प्रो. अंबिका राय पूर्व प्राचार्य ने किया।

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