एलेक्शन का बुखार

एलेक्शन का बुखार
जे टी न्यूज़


जब चढ़ता है सर पे
एलेक्शन का बुखार .
सब कहते है होगा
अब देश में सुधार
नयी नयी योजनाएं बनने लगी
होने लगी रोजगारों की बौछार
कल् तक जो भटकते थे
इधर उधर बेकार
उन सब को मिलने लगा रोज़गार
जब चढ़ता है़ सर पे
एलेक्शन का बुखार ..

उड़ने लगी नेताओं की नींदें
खोने लगा चैन और करार
लेकिन रहती है़ दिल में
बस एक ही चाहत
हो गले में हमारी सता की हार
जब चढ़ता है़ …


सब ___ _
सता प्राप्ति की चाहत में सभी नेता
जनता के सामने दिखते है़ लाचार
कल् तक जो करते थे दुर्वयवहार
वो सब करने लगे जनता से प्यार
जब चढ़ता है़ ___
चुनाव प्रचार की होड़ में लगे है
फिल्म निर्माता और फिल्म स्टार
तरह तरह के हथकंड़ा अपना कर
बनाना चाहते है अपनी सरकार
जब चढ़ता _
सब कहते _
अब ना रहेगा कोई बेघर बेकार
ना होगा किसी के जीवन में
अशिक्षा का अंधकार
ऐसे लंबे चौड़े भाषण
सुनने में है आते
जब चढ़ता है सर पे एलेक्शन का बुखार

डॉ. सोनी कुमारी

Related Articles

Back to top button