धार्मिक संस्था के प्रमुख का किसी व्यक्ति-पार्टी विशेष के लिए घूम-घूमकर वोट मांगना निंदनीय – आर के राय, कहा खुल्लमखुल्ला उड़ रही आदर्श आचार संहिता धज्जियां, चुनाव आयोग सहित विपक्षी दल भी खामोश।

धार्मिक संस्था के प्रमुख का किसी व्यक्ति-पार्टी विशेष के लिए घूम-घूमकर वोट मांगना निंदनीय – आर के राय, कहा खुल्लमखुल्ला उड़ रही आदर्श आचार संहिता धज्जियां, चुनाव आयोग सहित विपक्षी दल भी खामोश।


जेटी न्यूज।
समस्तीपुर। लोक तंत्र और संवैधानिक परंपरायें खतरे में हैं या कहें ध्वस्त होने के मुहाने पर खड़ी है। ये हम यूं ही नहीं कह रहे, प्रमाण देखिए – आम चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है। मगर आज की तारीख में आदर्श आचार संहिता का अर्थ दीवारों पल और सड़क किनारे लगे बैनर, पोस्टर और होर्डिंग्स हटाने तक ही सीमित रह गया है। अप्पन पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव आरके राय ने उक्त बातें संवाददाता से कही। एक निजी मुलाकात के दौरान आदर्श आचार संहिता पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता धारी दल द्वारा विगत चुनावों की तरह इस चुनाव में भी आदर्श आचार संहिता को तार तार करने का खेल शुरू हो गया है। चुनाव आयोग और शीर्ष अदालत की खामोशी छोड़िये जगत प्रसिद्ध है कि देश की तमाम नीति निर्धारक और महत्वपूर्ण संस्थायें सत्ता की चाकरी कर रही हैं, आश्चर्य है कि लोकतंत्र को मजबूती देने वाला विपक्ष भी स्तब्धकारी चुप्पी ओढे बैठा है। ऐसा प्रतीत होता है मानो विपक्ष भी हथियार डाल दिया हो क्योंकि उसे भी पता है कि चुनाव में सत्ताधारी दल की ही मर्जी चलेगी। श्री राय ने कहा कि भाजपा कार्यालय की ओर से एक लिंक आयुष्मान कार्ड बनवाने केलिए धड़ल्ले से भेजा जा रहा है, जिसे क्लिक करते ही प्रधानमंत्री की तस्वीर दिखाई देती है। वहीं पिछले दिनों धार्मिक न्यास बोर्ड के प्रमुख ने घूम-घूमकर अपनी पुत्र वधू एवं पार्टी विशेष के उम्मीदवार के पक्ष में वोट मांगते दिखे। इस पर आपत्ति जताते हुए मैने जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी से मामले की जांच कर उचित कारवाई करने की मांग की है।

उन्होंने कहा है कि चुनाव आयोग का स्पष्ट आदेश है कि धर्म- सांप्रदाय के नाम पर वोट नहीं मांगा जायेगा। जबकि हनुमान मंदिर के ट्रस्टी आचार्य किशोर कुणाल 27 अप्रैल को समस्तीपुर लोक सभा क्षेत्र के रोसरा के समेत अन्य मठ- मंदिरों का भ्रमण कर उनके प्रमुख से एनडीए उम्मीदवार शांभवी चौधरी के पक्ष में वोट देने की अपील की। अप्पन पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव ने कहा कि यदि आचार्य किशोर कुणाल पर कारवाई नहीं की गई तो यहां से मठ- मंदिर एवं सांप्रदाय के नाम पर वोट मांगने की परिपाटी की शुरूआत होगी जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं होगा।

Related Articles

Back to top button