शिक्षा केवल ज्ञान का संचय नहीं, बल्कि चरित्र और मानवता के विकास का माध्यम भी है: डा. पूनम यादव

शिक्षा केवल ज्ञान का संचय नहीं, बल्कि चरित्र और मानवता के विकास का माध्यम भी है: डा. पूनम यादव


जे टी न्यूज़, मधेपुरा : मधेपुरा महाविद्यालय मधेपुरा एन एस एस के सौजन्य से बिंदेश्वरी बाबू सभागार में महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉक्टर पूनम यादव की अध्यक्षता में शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधन करने के दौरान डॉक्टर पूनम यादव ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन का व्यक्तित्व शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक आदर्श है। उनके जीवन और कार्यों ने हमें यह सिखाया है कि शिक्षा केवल ज्ञान का संचय नहीं, बल्कि चरित्र और मानवता के विकास का माध्यम भी है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी गहरी छाप छोड़ी। उनकी शिक्षाओं ने न केवल भारतीय शिक्षा प्रणाली को दिशा दी, बल्कि उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षक का मुख्य कर्तव्य छात्रों को सच्चे नागरिक और जिम्मेदार व्यक्ति बनाना है।

उन्होंने शिक्षा को आत्मज्ञान और समाज के प्रति दायित्व निभाने का माध्यम माना। उनके विचारों से हमें प्रेरणा मिलती है कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसका उद्देश्य छात्र के सम्पूर्ण विकास को प्रोत्साहित करना चाहिए। आज के दिन, हम उनके योगदान को मान्यता देते हुए सभी शिक्षकों को उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं और शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं।” मौके पर उप प्रधानाचार्य डॉक्टर भगवान कुमार मिश्रा ,डॉक्टर बृजेश कुमार मंडल, प्रोफेसर अरविंद कुमार आइक्यूएसी के सच्चिदानंद सचिव कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर मोहम्मद शोएब आलम, डॉक्टर अभय कुमार कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर मोहम्मद शोएब आलम प्रोफेसर विजेंदर कुमार प्रोफेसर रत्नाकर भारती प्रोफेसर सच्चिदानंद सचिव प्रोफेसर अरविंद कुमार प्रोफेसर मनोज भटनागर प्रोफेसर शशि कुमार आरिफ हुसैन प्रोफेसर लीला मैडम आदि वक्ताओं ने टीचर्स डे पर सर्वपल्ली के गुणों का बखान किया। इस अवसर पर अमल किशोर रंजीत कुमार मंटू कुमार शहाबुद्दीन एवं छात्र छात्राएं भी काफी संख्या में मौजूद थे ।

Related Articles

Check Also
Close
Back to top button