कुंभ में 25 राज्यों के युवा भारत का स्वागत करेंगे उज्जैनवासी
कुंभ में 25 राज्यों के युवा भारत का स्वागत करेंगे उज्जैनवासी
जे टी न्यूज, उज्जैन:
अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम, उज्जैन (म.प्र.) में गांधी, विनोबा विचारक परम राष्ट्र भक्त डाॅ. एस.एन. सुब्बाराव ‘भाईजी’ की पुण्य स्मृति में आयोजित भय मुक्त-भूख मुक्त भ्रष्ट्राचार मुक्त एवं नशा मुक्त, स्वस्थ भारत के नवनिर्माण में युवाओं की भूमिका व सामाजिक समरसता और सद्भाव हेतु देश-विदेश से पहुँचेंगे युवा साथीगण। ‘सर्व धर्म मम भाव’’ के प्रणेता 13 वर्ष की उम्र में स्वातंत्र आंदोलन के योगदानी जिन्होंने भारत ही नही विश्व में युवाओं के मध्य अपनी अनोखी पहचान बनाने वाले बैंगलोर में जन्में प्रसिद्ध गांधीवादी और राष्ट्रीय युवा योजना के संचालक-संस्थापक डाॅ. एस. एन. सुब्बाराव ने राष्ट्र में युवा शिविरों के माध्यम से राष्ट्रीय समरसता और सद्भाव की जो अलख जगाई थी इसी क्रम में अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम उज्जैन द्वारा राष्ट्रीय युवा योजना नईदिल्ली के साथ भय मुक्त-भूख मुक्त-भ्रष्टाचार मुक्त-नशा मुक्त स्वस्थ भारत के नवनिर्माण में युवाओं की भूमिका व सामाजिक समरसता और सद्भाव हेतु 3 दिवसीय ‘‘राष्ट्रीय युवा शिविर’’ दिनांक 25 अक्टूबर से 27 अक्टूबर 2024 तक आयोजित हो रहा है। उक्त शिविर में बिहार, दमन-दीव, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखण्ड, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा, पाण्डिचेरी, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तराखण्ड, हिमाचाल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, कर्नाटका, आसाम, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडू, त्रिपुरा, गोआ आदि सहित भारत के 25 राज्यों से अधिक युवाओं की टीम के साथ देश विदेश के युवा सेवाधाम पहुँच रहे है। उत्तप्रदेश शाहजहांपुर विनोबा सेवा आश्रम संस्थापक जिन्होंने 35 हजार किलोमीटर की पद यात्रा करने वाले एवं जमनालाल बजाज पुरस्कार से पुरस्कृत श्री रमेश भैयाजी एवं राष्ट्रीय युवा योजना नईदिल्ली के संजय राय, सेवाग्राम, वर्धा से प्रख्यात मूर्तिकार श्री जालंधर नाथ, अमेरिका से सतपाल एवं श्रीमती सरास बहन सहित झारखण्ड, बिहार, गुजरात, पाण्डीचेरी आदि से युवागण पहुँच चुके है।
शिविर का उद्घाटन 25 अक्टूबर 2024 को विशिष्टजनों की उस्थिति में होगा। शिविर का प्रारम्भ प्रातः 4.55 बजे से होगा। प्रतिदिन प्रातः राष्ट्र ध्वज वंदन होगा और सायंकाल को अवरोहण के अतिरिक्त दिनभर युवाओं को विभिन्न सेवा-शिक्षा-प्रशिक्षण- प्रतिभाओं के उन्नयन और भाषाओं के विनिमय के अतिरिक्त श्रम संस्कार के तहत कार्य होगा और सायं 6 बजे सर्वधर्म प्रार्थना 18 भाषाओं में भारत की संतान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
भारत के कोने-कोने से जाति, धर्म, भाषा, राज्य और राजनैतिक पक्ष के भेदों से उपर उठकर करीब 300 से अधिक युवा ‘‘अंकित ग्राम’’, सेवाधाम आश्रम, उज्जैन में 25 अक्टूबर से 27 अक्टूबर 2024 तक आ रहे है, हम उज्जैनवासियों के लिए यह अभिमान का विषय है, हम इन सबका स्वागत करें।
वर्ष 2018 में अन्तर्राष्ट्रीय युवा शिविर का आयोजन भी सफलता पूर्वक अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम, उज्जैन द्वारा किया जा चुका है।
अनेकता में एकता भारत की विशेषता
विश्व में भारत ही एक ऐसा देश है जहाँ समरसता और सद्भाव आधारित राष्ट्रीय एकता युवा शिविरों की आवश्यकता है क्योंकि आज विश्व संख्या (न्दपजमक छंजपवदे) के 193 राष्ट्र सदस्यों में एक मात्र भारत देश है जहाँ-
सनातन (हिन्दू), जैन, बौद्ध व सिख चार धर्मों का जन्म हुआ।
इण्डोनेशिया के बाद सर्वाधिक मुसलमान रहते है।
भारत के ही राज्य नागालैण्ड, मेघालय व मिजोरम में 90 प्रतिशत ईसाई लोेग रहते है।
भारत के संविधान ने 22 अधिकृत भाषाओं को मान्यता दी है और भारतीय भाषा संस्थान ने 1652 मातृभाषाओं के नाम की सूची बनाई है जबकि-
एक ही धर्म का देश पकिस्तान भाषा के कारण दो भाग हो गया- पाकिस्तान व बंगलादेश।
विश्व के सबसे बड़े राष्ट्रो में एक सोवियत रूस भाषा के आधार पर टुकड़े-टुकड़े हो गया।
युरोप का सुंदर देश युगोस्लाविया में तीन भाषा थी तो भी 3 टुकड़े हो गए और ऐसे ही भाषावाली जेकोस्लाविया दो टुकड़े हो गए।
ऐसी स्थिति में सभी धर्म वाला कई भाषाओं का भारत अखण्ड कैसे रहे ? बंदूकों के बल से तो नही।
दुनिया के इतिहास से हम भारतवासी क्या सिखेंगे ?
बंदूक का विकल्प क्या है-
यह बताने भारत के युवक-युवतियाँ ‘अंकित ग्राम’, सेवाधाम आश्रम, उज्जैन आए है। 25 अक्टूबर से 27 अक्टूबर 2024 तक भारत की एकता, भाईचारे, समरसता और सद्भाव की भावना को मजबूत करने के लिए।
– प्रतिदिन प्रातः राष्ट्र ध्वजवंदन के माध्यम से भारत माता को प्रणाम करेंगे।
– सभी जाति, धर्म, राज्य, पार्टी, भाषाओं के युवक-युवतियाँ एक परिवार बनकर रहेंगे।
– सब मिलकर श्रम संस्कार के माध्यम से निर्माण करेंगे।
– भारत की भाषाऐं सिखेंगे।
– चर्चा के माध्यम से सामाजिक समरसता, सद्भाव और एकता को मजबूत बनाएंगे।
– सामूहिक खेल सिखेंगे जो खर्चिला ना हो और हमारे गांवों में खेला जा सके।
– सर्वधर्म प्रार्थना के द्वारा धर्म की एकता को सिखेंगे।
– 18 भाषा के कार्यक्रम के माध्यम से भाषा के मधुर सम्बंध बनाएंगे।
आप इन युवाजनों के कार्यक्रमों को अवश्य देखकर उनसे वार्तालाप कर उनका मार्गदर्शन करें।
*अंकितग्राम, सेवाधाम आश्रम, उज्जैन में राष्ट्रीय युवा शिविर में सहभागिता करने वाले प्रमुख वक्ता*
*उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर के श्री रमेश भइयाजी*
बीस वर्ष की उम्र में राष्ट्रपिता महात्मागांधी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी विनोबा भावे के पवनार आश्रम में दर्शन। वर्ष 1980 में विनोबा सेवा आश्रम संस्था की स्थापना , विमला बहन की वृहत भूमिका। राष्ट्रीय ग्रामस्वराज्य संदेश पदयात्रा 35000 कि. मी. संपूर्ण भारत। वर्ष 2011 में रमेश भइया व विमला बहन दंपति को जमनालाल बजाज पुरुस्कार। वर्ष 2015 में विनोबा विचार प्रवाह की शुरुआत देश में गांधी विनोबा विचार को विस्तारित करने हेतु की। 2014 में यश भारती सम्मान एवं 2021 में राष्ट्रीय मानवता पुरुस्कार।
*नागपुर के सुनील मानसिंहका*
सुनील मानसिंका सदस्य भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड एवं राष्ट्रीय पंचगव्य अनुसंधान समिति व गोबर गोमूत्र समिति नीति आयोग में कार्यरत होकर देश की विभिन्न गौशालाओं को प्रशिक्षित कर रहे है। आपका सरल और सौम्य वार्तालाप सभी को मोह लेता है। आप गौ-विज्ञान अनुसंधान केन्द्र देवलापार, नागपुर से जुड़कर सम्पूर्ण देश में गौ माता एवं उनके पंचगव्य से निर्मित वस्तुओं का आदान प्रदान करते है। आप गौ संरक्षण के लिए भी विविध कार्ययोजनाओं पर कार्यरत है।
*श्री मेघराज जैन, पूर्व राज्यसभा सदस्य मध्यप्रदेश*
श्री मेघराजजी जैन भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक भी रहे है। आपने अपने व्यक्तित्व और साफ छवि से जनता का मन जीता और राज्यसभा में सदस्य के तौर पर देश की सेवा की। आपका सेवाधाम आश्रम से बहुत ही घनिष्ठ रिश्ता है। आप पूर्व से सेवाधाम और सुधीर भाई के कार्यों से प्रभावित है। आप राष्ट्रीय युवा शिविर में भाग लेने पधार रहे है जहां 25 से अधिक प्रांतों से आए युवाओं को मार्गदर्शन प्रदत्त करेंगे।
*नई दिल्ली के श्री संजय कुमार राय*
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा वर्ष 1932 में स्थापित हरिजन सेवक संघ संस्था के राष्ट्रीय सचिव के पद पर आसीन होकर डाॅ. एस.एन. सुब्बारावजी के विचारों से प्रभावित होकर 2 दशक से राष्ट्रीय युवा योजना के रचनाकर के रूप में आप वर्तमान समय में देश भर के युवाओं में राष्ट्र भाषा हिन्दी एवं एकता पर जोर देकर सम्पूर्ण भारत में शिविरों के माध्यम से कार्यरत है। विनोबा विचार प्रवाह के माध्यम से गांधी विनोबा के विचारों को देश भर में प्रसारित करने का कार्य भी प्रमुखता से कर रहे है।
*काशी के श्री अजय कुमार पाण्डे*
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र संघ नेता के रूप में यात्रा शुरू कर डाॅ. एस.एन. सुब्बाराव द्वारा आयोजित देश विदेश में आयोजित युवा शिविरों के आयोजन में महत्वपूर्वण भूमिका का निर्वाह करते रहे। उत्तरप्रदेश शासन में संयुक्त सचिव के रूप में देश की सेवा विभिन्न विभागों में सेवा दे चुके है। वर्तमान में सेवानिवृत्त होकर अपने मिलनसार व्यक्तित्व के धनी आपसे सभी युवा प्रेरित होते है एवं वर्तमान में निदेशक राष्ट्रीय युवा शिविर के रूप में अपना अमूल्य सहयोग प्रदत्त कर है। डाॅ. सुब्बारावजी के सपनों को साकार करने में लगे हुए है।
*वर्धा सेवाग्राम के अनेक देशों में पदयात्रा कर चुके जालंधरनाथ*
श्री जालंधरनाथ राजराम चन्नोल का जन्म 20 अगस्त 1974 को हुआ, गांधीवादी विचारों से प्रभावित होकर सेवाग्राम आश्रम, वर्धा से निकटता से जुड़े हुए हैं, 16 वर्ष की छोटी सी उम्र में आश्रम से जुड़ना शुरू किया और तब से उन्होंने महात्मा गांधी द्वारा बताए गए कर्तव्यों को पूरा करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है। युवाओं को संगीत कार्यक्रम सिखाना, शांति थीम पर कला गायन कार्यशालाओं का आयोजन करना, जैसी जिम्मेदारियाँ शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति पदयात्राओं के समन्वय में सक्रिय भागीदारी दिखाई।
*पंजाब के डाॅ. अमरीत सिंह कलेर*
डाॅ. अमरीत सिंह कलेर मूल रूप से जलंधर से है और वर्ष 1990 से डाॅ. एस. एन. सुब्बाराजी से मुलाकात हुई और जीवन में कए आमूलचूल परिवर्तन आय ा। राष्ट्र भक्ति और देश में युवाओं का जज्बा जगाने का मुख्य कार्य करते है। आपको अनेक राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके है इनमें से बेस्ट मोटिवेटर अवार्ड रक्तदान क्षेत्र में, 116 बार रक्तदान हेतु मिला यह उनके जीवन की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। युनिवर्सल पीस फाउण्डेशन की ओर से एम्बैसडर आॅफ पीस का अवार्ड दिल्ली से प्राप्त कर चुके है। डाॅक्टरेट की मानद उपाधि से भी नवाजे गए है।
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कुशी नगर के डाॅ. सी.बी. सिंह*
डॉ सी बी सिंह उदित नारायण पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज पडरौना कुशीनगर में भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष थे। विवेकानन्द युवा कल्याण केन्द्र पडरौना के संस्थापक सदस्यों में से एक वर्तमान में सचिव हैं। संस्था मुख्य रूप से मुसहर जाति के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रही है। उसी के तहत जूनियर हाईस्कूल का संचालन भी हो रहा है। राष्ट्रीय युवा योजना में डाॅ. एस.एन. सुब्बारावजी से प्रभावित होकर जुड़े जो आज उनके जाने के बाद भी उनके कार्यों को आगे बढ़ाने में सहयोगी है।