दिल्ली में 702 नए सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए
डी एस एस एस बी व यूपीएससी द्वारा दिल्ली सरकार के विभागों व स्थानीय निकायों में लगभग 22,000 स्थायी सरकारी नियुक्तियां की गई हैं* ।
दिल्ली में 702 नए सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
*डी एस एस एस बी व यूपीएससी द्वारा दिल्ली सरकार के विभागों व स्थानीय निकायों में लगभग 22,000 स्थायी सरकारी नियुक्तियां की गई हैं* ।
विनोद कुमार सिंह , स्वतंत्र पत्रकार
नई दिल्ली – 23 नम्बर 24 ‘ दिल्ली में 702 नए सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए।दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना द्वारा नई दिल्ली ऐतिहासिक विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों वनगर निकायों में नियुक्त 702 नए सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। सर्व विदित रहे यह नियुक्तियां दिल्ली सरकार के शिक्षा,स्वास्थ्य,डी टी सी, व दिल्ली अग्नि सेवा जैसे विभागों में की गई हैं। कुल 702 नियुक्तियों में से 232 नियुक्तियां स्वास्थ्य विभाग में, 200 शिक्षा विभाग में,119 योजना विभाग में, और 88 प्रशिक्षण एवं तकनीकी शिक्षा विभाग में की गई हैं।इसके अतिरिक्त,दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी)में भी नियुक्तियां की गई हैं।
ये भर्तियां लंबे समय से रिक्त पदों को भरेंगी और इन विभागों के कार्यक्षमता में सुधार लाएंगी।नियुक्त किए गए कर्मचारियों में महिलाएं,दिव्यांगजन और आरक्षित श्रेणियों के उम्मीदवार भी शामिल हैं,जिन्हें आरक्षण के निर्धारित नियमों के अनुसार चयनित किया गया है।मई 2022 में पदभार संभालने के बाद से ही उपराज्यपाल सक्सेना ने सरकारी विभागों में अनुबंध और अस्थायी नियुक्तियों की बजाय स्थायी भर्तियों पर जोर देते आ रहे हैं।पिछले दो वर्षों में उनकी पहल पर डी एस एस एस वी और यूपीएससी द्वारा लगभग 22,000 स्थायी नियुक्तियां की गई हैं। आपको बता दें कियह कार्यक्रम पिछले दो वर्षों में आयोजित छठा ऐसा आयोजन है।
इस अवसर पर बोलते हुए,सक्सेना ने सभी नए नियुक्त कर्मचारियों को बधाई दी और समाज की भलाई के लिए काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी केवल आजीविका का साधन नहीं है, बल्कि राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने का एक अवसर भी है।उन्होंने कहा कि ये स्थायी नियुक्तियां माननीय प्रधानमंत्री के शासन में कर्मचारियों द्वारा पारदर्शिता और ईमानदारी से कार्य करने को दर्शाता है।सरकारी विभागों में स्थायी रोजगार जिम्मेदारी और जवाबदेही लेकर आता है,जो 2047 तक ‘विकसित भारत’ के माननीय प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा कि अनुबंध और अस्थाई नियुक्तियों में नौकरी की सुरक्षा का अभाव होता है,जिससे कार्य की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।इसके विपरीत, स्थायी रोजगार न केवल भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं को समाप्त करता है,बल्कि सेवा की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करता है। उन्होंने सेवा विभाग और डी एस एस एस वी को लगभग 20,000 लंबित भर्तियों को शीघ्र भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया।