नहीं रहे खगड़िया के पूर्व जिला कमिटी सदस्य कामरेड शुभुकलाल मधुकर
नहीं रहे खगड़िया के पूर्व जिला कमिटी सदस्य कामरेड शुभुकलाल मधुकर

जे टी न्यूज़, खगड़िया : सीपीआईएम खगड़िया के पूर्व जिला कमिटी सदस्य कामरेड शुभुकलाल मधुकर का कल यानि 19/01/025 को लंबी बीमारी और बढ़ती उम्र के चलते बेगूसराय में इलाज के दौरान निधन हो गया।वे 77 वर्ष के थे।कल जैसे ही उनके निधन की खबर पार्टी के चौथम एल सी सचिव कामरेड ललन प्रसाद रंजन और उनके छोटे पुत्र अमरकांत द्वारा दी गई, तुरन्त पार्टी जिला कार्यालय पर लाल झंडा झुका दिया गया और वहां उपस्थित पार्टी नेताओं और दूसरे साथियों ने दिवंगत कामरेड शुभुकलाल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।कल सुबह से ही पार्टी राज्य सचिवमंडल सदस्य सह खगड़िया के पार्टी प्रभारी कामरेड संजय कुमार,जिला सचिव कामरेड सुरेन्द्र प्रसाद,पार्टी की पूरी सचिवमंडल और एल सी सचिव ललन प्रसाद रंजन इलाज के दौरान उनके बिगड़ते हालात पर नजर रखे हुए थे,आखिरकार दोपहर बाद उनके निधन की सूचना मिल गई।कामरेड संजय कुमार ,सुरेन्द्र प्रसाद,सीपीआई जिला सचिव प्रभाकर सिंह,सीपीआई अंचल मंत्री अनिल सिंह,पार्टी जिला सचिवमंडल सदस्य विनय कुमार सिंह,शिवजी महतों,सच्चितानंद सिंह,रामविनय सिंह,अमरेश कुमार,नीतू देवी,नवीन चौधरी,एल सी सचिव ललन प्रसाद रंजन,जिला कमिटी सदस्य अजहर अंजुम,संजीव कुमार,विजय कुमार सिंह, रामबिलास वर्मा,भीम साह,संजीव कुमार,अमरेन्द्र कुमार सहित पूरे चौथम क्षेत्र के सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक आज सुबह से ही दिवंगत कामरेड शुभुकलाल मधुकर जी के घर पर उन्हें अंतिम विदाई के लिए जमा हो गए।मौके पर नेताओं ने कामरेड मधुकर जी के पार्थिव शरीर पर लाल झंडा देकर उन्हें अंतिम सलामी दिया और पुष्प देकर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
नेताओं ने शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दिया।उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए संजय कुमार ने कहा कि हमारे प्रिय साथी मधुकर जी 1969 में सीपीआईएम की सदस्यता लेने के बाद अनवरत रूप से गरीबों,वंचितों और समाज के सबसे निचले स्तर के लोगों की लड़ाई जीवन के अंतिम क्षण तक जारी रखा।युवा काल में वे कई वर्षों तक पार्टी द्वारा दिए गए नौजवान सभा की नेतृत्वकारी जिम्मेदारी को बखूबी संभाला और बाद के दिनों में जब पार्टी ने उन्हें खेतिहर मजदूर यूनियन का नेतृत्व सौंपा तो उस मोर्चे पर भी वे खुद को साबित किया।कामरेड मधुकर जी 1991 से लेकर 2017 तक पार्टी के चौथम एल सी सचिव की जिम्मेदारी का बहुत ही अच्छे तरीके से निर्वहन किया और इसी समय यानि 1991 से 2018 तक पार्टी जिला कमिटी के भी सदस्य रहे।उन्होंने मधुकर जी को बहुत ही मूल्यवान साथी बताते हुए कहा कि वे एक बेहतरीन संगठनकर्ता और बेहद ही साहसी नेता थे।उनके नेतृत्व में सफलता मिल के साथ लड़ा गया भेलौरी का बास और बटेदारी आंदोलन अविस्मरणीय है। कामरेड मधुकर जी साइकिल भी नहीं चलाते थे,फिर भी अपने एल सी क्षेत्र में पड़ने वाले ब्रांचों में लगातार पैदल जाकर पार्टी के कामों को आगे बढ़ाते रहते थे।ऐसे बिड़ले साथी को गगनभेदी नारों के साथ सभी साथियों ने अंतिम विदाई दी।
