*प्रवासियों के मदद को कमर कसे झारखंड सरकार में राजद कोटे से मंत्री सत्यानंद भोगता की चर्चा बिहार में हो रही चहुँओर*

महानगरों में फंसे झारखंड के लोगों के मदद को श्रम नियोजन व प्रशिक्षण मंत्री श्री भोगता ने किया माइग्रेट लेबल कंट्रोल रूम का गठन

 

*पुष्परंजन बजाज*

जहां एक तड़फ वैश्विक महामारी कोरोना पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। दुनिया के तमाम देशों सहित भारत में दिन-प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या चिंताजनक है। वहीं दूसरी तड़फ इन चिंताओं के बीच झारखंड सरकार में एक मंत्री द्वारा कोरोना संक्रमण से निपटने को बनाई गई कार्ययोजना और रोकथाम के कारगर उपाय बिहार सहित पूरे देश के लिए आदर्श साबित हो रही है।


बिहार के अनुमानित 10 लाख से अधिक लोग महानगरों में फंसे संकटो के इस दौर में घर को पहुंचने व खाने पीने के इंताजामात नहीं होने से हलकान हो रहे है। वहीं झारखण्ड सरकार में राजद कोटे से श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री सत्यानंद भोगता के अहले सुबह से लेकर देर रात तक महानगरों में रह रहे झारखण्ड के लोगों के मदद को स्वयं ही दुरभाष व सोशल मीडिया के माध्यम से समस्याओं के समाधान को प्रतिबद्ध देखे जा रहे है।

जिसकी चर्चा बिहार में जोड़ शोर से सोशल मीडिया पर चहुँओर हो रही है। झारखंड राज्य के विभिन्न राजनीतिक पंडितों की माने तो श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री सत्यानंद भोगता आपदिक महामारी के इस विकट दौर में कोरोना के खिलाफ इस जंग में झारखण्ड राज्य सरकार के तमाम तैयारियों को धरातल पर रूप देने को मंत्री श्री भोगता कटिबद्व है। देश मे लागू लॉक डाउन के मद्देनजर झारखंड राज्य से बाहर गए श्रमिकों को फंस जाने को लेकर मंत्री श्री भोगता ने श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के नियंत्रण अधीन माइग्रेट लेबल कंट्रोल रूम का गठन कर स्वयं ही नियंत्रण कक्ष से समस्यओं को सुनने के बाद त्वरित निष्पादन हेतु कार्य को रूप दे रहे है। ऊक्त कंट्रोल रूम से करवाई 24 घंटों लगातार जारी है।


घर मे रहे” सुरक्षित रहे” की अपील करते हुए मंत्री श्री भोक्ता ने चतरा विधानसभा के उन लोगों तक भी लगातार यह संदेश सोशल मीडिया व फोन के माध्यम से पहुंचा रहे है। जो लोग राज्य से बाहर फंसे है। ऐसे लोगों से मंत्री श्री भोक्ता लगातार अपील कर रहे है कि जो बाहर फंसे है वे किन्हीं भी माध्यम से अपने सारे डिटेल सहित सूचना सम्बन्धित मुखिया, सीओ व बीडीओ तक पहुंचाने का कार्य करें। जिसके उपरांत उन्हें सीधे तौर पर विधायक मद से 2 हजार रुपये उनके खाता में भेज दिए जाएंगे।

*सोशल एक्टिविस्ट व नेताओं ने दी नीतीश को मंत्री भोगता से सीख लेने की सलाह..*

राजद कोटे से मंत्री श्री भोगता द्वारा महामारी के इस दौर में जनहित जुझारुपन को देखते हुए दरभंगा के सोशल एक्टिविस्ट सुभाष रॉय कहते है कि मंत्री श्री भोक्ता के इस कर्मठ कार्यवाही की प्रशंसा जितनी की जाए वो अल्प होगी। बिहार में राजद की जब सरकार हुआ करती थी। तो राजद सुप्रीमो लालू जी इसी तरह किसी भी विपदा के दौर में हर जरूरतमंदों की जरूरत को पूरी करने हेतु कमर कसे रहते थे। वहीं दरभंगा के युवा राजद नेता राकेश नायक ने कहा कि समाजिक न्याय का सम्बंध किसी वर्ग विशेष से नहीं रहा है।

समाजिक न्याय के वीर योद्धा लालू जी में विकट परिस्थितियों को मजबूती से लड़ने की एक प्रखर कला रही है। जिसके तर्ज पर तेजस्वी जी इस संकट के दौर में पहले ऐसा नेता साबित हुए देशभर में जिन्होंने अपने वेतन सहित आवास तक को आइसोलेशन में तब्दील करने की घोषणा कर दी। पार्टी को श्री भोगता जैसे जनों के प्रतिनिधि होने पर गर्व है। साथ ही बाहर फंसे लोगों को लेकर बिहार में व्यापत समस्याओं के अंबार एवं भूखमरी से निपटने को श्री भोगता के जनहित कार्यवाही से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सीख लेने की भी जरूरत है।

BY:- ASHISH ANAND ( WEBSITE EDITOR )

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