ड्यूटी के दौरान बीमार पड़े कोरोना वारियर्स की इलाज के दौरान मौत

कार्यालय, जेटी न्यूज,
समस्तीपुर। रोसड़ा मै ड्यूटी पर तैनात चौकीदार की ससमय इलाज नहीं मिलने के कारण मौत हो गई। मृतक रोसड़ा थाना क्षेत्र के खैरा गांव निवासी देबू पासवान था जो रोसड़ा स्थित रोसड़ा उच्च विद्यालय कवारेंटाइन सेंटर पर तैनात था।

मृतक के परिजन ने बताया कि ड्यूटी के दौरान ही इनकी तबियत बिगड़ गयी। जब ड्यूटी से लौटकर घर आए तो हम लोग तत्काल उन्हें सदर अस्पताल समस्तीपुर इलाज के लिए ले गए। सदर असताल में डॉक्टरों ने बताया की इनको डायबिटीज है इनको अच्छा डॉक्टर से इलाज कराइए।

तो हम लोग समस्तीपुर में निजी क्लिनिक में अच्छे डॉक्टर से इलाज कराया। लेकिन यहां भी इनके स्वास्थ्य में सुधार नही आया। उक्त डॉक्टर साहब ने वहां से पटना आईजीएमएस रेफर कर दिया। लेकिन लॉकडाउन की वजह से वहां भी भर्ती नहीं लिया गया।

थक हार कर हम पुनः लौटकर समस्तीपुर में ही इलाज कराने को मजबूर हुए। स्वास्थ्य में सुधार नहीं होता देख एक बार फिर हम उन्हें बेगूसराय ईलाज के लिए ले गए। बेगूसराय इलाज के कराने के बाद घर लौट आए फिर 4 दिन के बाद बेगूसराय ले गए। बेगूसराय में डायलोसिस के क्रम में उन्होंने दम तोड़ दिया।

वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सुरेंद्र कुमार सिंह उर्फ मुन्ना ने बताया है कि लॉकडाउन के कारण सरकार जिन्हे कोरोना योद्धा कहती है उसके इलाज के लिए भटकना डबल इंजन वाले सुशासन में प्रदेश की चकित्सा व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है।

हालात ये है कि डीएमसीएच, आईजीआईएमएस और पीएमसीएच जैसे प्रदेश के शीर्ष चिकित्सा संस्थानों ने भी एक कोराना योद्धा में भी इलाज करने से मना कर दिया। और वह काल के गाल में समा गया। मृतक चौकीदार के घर में कोहराम मचा हुआ है। और इनकी मृत्यु से रोसड़ा थाना में शोक व्याप्त है।

Related Articles

Back to top button