*बाढ़ और कोरोना महामारी के दोहरे संकट के बीच बिहार में चुनाव कराना उचित नही:सत्यवीनपासवान*

बाढ़ और कोरोना महामारी के दोहरे संकट के बीच बिहार में चुनाव कराना उचित नही:सत्यवीनपासवान
कार्यालय, जेटी न्यूज
समस्तीपुर। राष्ट्रीय जनता दल के समस्तीपुर जिला दलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सत्यवीनपासवान ने कहा कि बाढ़ और कोरोना के महामारी संकट के बीच बिहार में चुनाव चुनाव कराना उचित नहीं होगा . यह बातें आज यहां अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा. यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, केवल बिहार में 200 से अधिक जिंदगियां इस कोविड 19 नामक वायरस ने लील लिए है,

राज्य भर में 50 हजार से अधिक लोग संक्रमित है, और सरकार सत्ता लोभ में चुनावी बिसात बिछाने में ब्यस्त है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट अभी अपनी विनाश लीला दिखा ही रहा है ऊपर से बाढ़ का संकट भी कई जिलों को अपने चपेट में ले चुका है। ऐसे में चुनाव कराना कतई व्यावहारिक नहीं है।

श्री पासवान ने कहा सरकार की सत्ता लोलुपता और चुनाव की तैयारी से क्षुब्ध हो कर सर्वदलीय चुनाव आयोग पटना में एक प्रतिनिधिमंडल मिला है संपूर्ण प्रदेश कोरोनावायरस बाढ़ और बाद के संकट से परेशान है वही वहीं सत्तारूढ़ दल के नेता ओं चुनाव कराने के लिए वर्चुअल कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं श्री पासवान ने कहा बुक पूरा प्रदेश भुखमरी और बेरोजगारी के से जूझ रही है वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने ऑनलाइन चुनाव कराने की बात कल रही है .

जिससे आम लोगों को मतदान करने से भी वंचित किया जा सके ऐसी साजिश रची जा रही है श्री पासवान ने कहा कि चुनाव आयोग को चुनाव की तिथि टालना चाहिए और स्थिति सामान्य होने पर चुनाव किया जाना चाहिए उन्होंने कहा कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना भी अति आवश्यक है क्योंकि बरसो वर्ष से शिक्षकों को अनुदान की राशि भी नहीं दी जा रही है जिसके लेकर शिक्षक समुदाय में भी आक्रोश है प्रदेश के हर तबका राज्य सरकार के क्रियाकलापों से त्रस्त है श्री पासवान ने कहा कि देश में अप्रत्यक्ष रूप से आपातकाल लागू किए गए हैं.

ताकि केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक संपत्ति को निजीकरण किया जा सके. समस्तीपुर रेलवे स्टेशन और डीजल लोको शेड को प्राइवेट कंपनी के हाथ बेचे जाने की साजिश के निंदा करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के काली करतूतों का परिणाम है . बिहार में कोरोना और बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए चुनाव आयोग से आग्रह पूर्वक माँग करते हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख तत्काल बढ़ाई जाए। साथ ही बिहार सरकार को भी आग्रह पूर्वक कहा है कि चुनाव के बदले कोरोना संकट से उबारने पर पूरा ध्यान केंद्रित करे.

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