मामला समस्तीपुर जिले का,और तो और ये स्थानीय निवासी भी हैं,ऐसे में क्या हो पाएगा लोकसभा का निष्पक्ष चुनाव?

जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी जिला मुख्यालय में 10 वर्षों से भी अधिक समय से हैं पदस्थापित, आखिर किस परिस्थिति में जिलानिर्वाची पदाधिकारी द्वारा इनका नहीं किया तबादला

किया?

मामला समस्तीपुर जिले का,और तो और ये स्थानीय निवासी भी हैं,ऐसे में क्या हो पाएगा लोकसभा का निष्पक्ष चुनाव?

जेटीन्यूज़
भागलपुर/समस्तीपुर: जैसा कि हमलोग सभी जानते हैं लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत हो चुकी है आज सुबह के 7:00 से दूसरे चरण का मतदान शुरू हो जाएगा ऐसे में बिहार के समस्तीपुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जो कहीं ना कहीं समस्तीपुर जिले में निष्पक्ष चुनाव को प्रभावित कर सकता है बात हम बात हम समस्तीपुर जिले में तकरीबन 10 वर्षों से भी अधिक समय से स्थापित जिला सूचना पदाधिकारी जमे हुए हैं जबकि कायदे से इनका तबादला हो जाना चाहिए था जैसा कि बिहार के प्रत्येक जिले में में हुआ है यह के चुनावी प्रक्रिया शुरू होते ही जो भी जिले में प्रदा स्थापित 3 वर्षों से अधिक कार्यरत हैं उनका तबादला निर्माता हो जाता है आखिर ऐसी क्या स्थिति बन पड़ी की भारत चुनाव आयोग, बिहार निर्वाचन आयोग ,जिला निर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी समस्तीपुर इन तीनों का ध्यान इस पर नहीं गया आखिर क्यो? कहीं यह किसी पार्टी विशेष को चुनाव जीतने की साजिश तो नहीं है । क्या चुनाव आयोग नई दिल्ली, बिहार चुनाव आयोग पटना एवं समस्तीपुर के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाची पदाधिकारी समस्तीपुर तीनों के तीनों निष्पक्ष चुनाव कराने में सक्षम और संदिग्ध नजर आ रहे हैं। आखिर किस वजह से और किस कारण से समस्तीपुर में आशुतोष नंदन सिंह ,जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी समस्तीपुर
10 वर्षों से भी अधिक समय से समस्तीपुर में पद स्थापित है। हैरत तो इस बात की है कि ये आशुतोष नंदन सिंह मूलरूप से स्थानीय निवासी भी है । चुनाव आयोग के नियमानुसार 3 वर्षों से अधिक अवधि में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों को तबादला कर दिया जाता रहा है परंतु भारत सरकार नई दिल्ली के एक मंत्री के निर्देश पर इनका तबादला तीन बार पूर्व में भी रुक चुका है । आखिर किस कारण स्व इनका तबादला लगातार रुकता आ रहा है और क्यों? वहीं अप्पन पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव आरके राय ने समस्तीपुर जिला अधिकारी समेत इन तमाम अधिकारियों को इसकी सूचना मेल एवं डाक के माध्यम से दे दी गई है पर इनका तबादला आजतक नहीं हुआ है ।


श्री राय ने आगे बढ़ा आरोप लगाते हुए कहा कि इस बात से स्पष्ट प्रतीत होता है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने में अक्षम और संदिग्ध प्रतीत होता नजर आ रहा है। वहीं इस मसले पर जब जिलानिर्वाची पदाधिकारी सह जिलाधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई किंतु संपर्क स्थापित नहीं हो पाई।वहीं इस मामले में आरोपी
आशुतोष नंदन सिंह ,जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी समस्तीपुर से भी संपर्क स्थापित नहीं हो पाई है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर किन परिस्थति में इनका तबादला नहीं किया गया और क्यो नहीं किया गया, यह जांच का विषय है।

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