हिंदी दिवस पखवाड़ा का आयोजन

 


जेटी न्युज
मोतिहारीlपु०च०
नवयुवक पुस्तकालय द्वारा हिंदी दिवस पखवाड़ा के तहत हिंदी दिवस का आयोजन नवयुवक पुस्तकालय के हॉल में किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्री शीर्षत कपिल अशोक ने उद्घाटन संबोधन में कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है, इसे समृद्ध बनाना हम सबका दायित्व है।हिंदी में बात करना आसान है और इसका प्रभाव बहुत ही व्यापक होता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुंशी सिंह महाविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अरुण कुमार ने कहा कि हिंदी के विकास में संतों,श्रमिकों, सौनिकों और सिनेमा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।हिंदी की सेवा एक ओर जहां सूर,तुलसी,कबीर ने की वहीं रहीम,रसखान और जायसी जैसे रचनाकारों के योगदान को रेखांकित किये बिना यह पूर्ण नहीं हो सकता।युवा कवि एवं संस्कृतिकर्मी श्री गुलरेज शहजाद ने कहा कि हिंदी हमारे किये आज भी भावनाओं की ही भाषा है।

इसे व्यवहारिक बनाने की आवश्यकता है।हमने अपनी भाषा में कुछ अच्छा साहित्य ज़रूर लिखा है,लेकिन आज के वैज्ञानिक, तकनीकी और अर्थ-युग में किसी भाषा का सम्मान उसे बोलने वालों की संख्या और उसका साहित्य नहीं, ज्ञान-विज्ञान को आत्मसात करने और रोज़गार देने की उसकी क्षमता तय करती है।उक्त अवसर पर प्रशिक्षु आईपीएस श्री राज ने भी अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि मेरी दसवीं तक की पढ़ाई हिंदी में हुई लेकिन आगे की शिक्षा हिंदी में नहीं ले पाया।हिंदी को व्यवहार में लाये बिना इसका अधिक विकास नहीं हो सकताl

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में प्रो०अरुण कुमार मिश्रा के कुशल संचालन में कवि गोष्ठी हुई।कवि गोष्ठी की शुरुआत प्रसिद्ध शायर सबा अख्तर ने अपनी गजल- मोहब्बत ही भी जरूरी है इबादत भी जरूरी है.. से शुरू किया। वहीं भोजपुरी के प्रसिद्ध गीतकार संजय उपाध्याय ने – हमरा बुढईती के थाती हो जा,बबुआ हो तो लाठी हो जा.. का सस्वर पाठ कर खूब वाहवाही बटोरी।हिंदी,उर्दू और भोजपुरी के प्रतिनिधि रचनाकार गुलरेज शहजाद ने – प्रेम की अग्नि शिखा में होम हो जाऊं,तेरे स्वर में गूंज कर मैं व्योम हो जाऊं … का पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

भोजपुरी के युवा हास्य कवि धनुषधारी कुशवाहा ने अपनी भोजपुरी पंक्तियों से वर्तमान कोरोना संक्रमण परिवेश को चित्रित करते हुए जहां एक और लोगों को सोचने पर मजबूर किया तो वही उनकी हास्य पंक्तियों पर सदन में मौजूद लोगों ने ठहाके लगाएं।युवा कवि नकुल कुमार ने – पत्थरों में खो गई मेरी देवी मैया… के माध्यम से वर्तमान परिवेश में स्त्रियों लड़कियों के मान सम्मान एवं स्वाभिमान को बड़े ही सारगर्भित तरीके से चित्रित किया।

 

कार्यक्रम से संयोजक पवन पुनीत चौधरी ने आगत अतिथियों का स्वागत किया और गुरुदास कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन कियाl कार्यक्रम में वरीय उप समाहर्ता सह ओएसडी जिलाधिकारी सादिक अख्तर,उप समाहर्ता मेघा कश्यप,उप समहार्ता पुष्पा कुमारी,अमित सेन,त्रिलोकी नाथ चौधरी,सुधांशु रंजन,राय रोहित शर्मा,चंदन कुमार,डॉ०चंदन जायसवाल,अनिल कुमार वर्मा,लोकेश कुमार गुप्ता सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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