अलविदा मै जा रहा हूँ,  दोस्तो मुझे क्षमा करना 

मै हूँ..साल 2020

,दिलों में मत रखना तुम कोईटीस,

तुम्हारी नफ़रत स्वाभाविक है,

मैने छीना जो है बहुत कुछ,

एक बच्चों से पिता को,

एक बहन से भाई को,

एक पत्नी से पति को,

मैने ना जाने कितने ,

रिश्तों से रिश्तों को,

तुम्हाराकारोबार,ऐशोआराम,

सुख चैन, ऑखे से नींद

तुम्हारी लिस्ट लंबी है,

द्वेष हैक्रोध है, नाराज़गी है,

मन दुःखीहै

इच्छा यह सभी की है,

2020 बर्ष तुम कब जाओगे,

कब आएगी मुझे चैन की नींद,

अलविदा मै जा रहा हूँ,

दोस्तो मुझे क्षमा करना ,

मै हुँ साल 2020 ,

माना कि मैने तुझसे छीना है ,

याद करो तुम लौटाया भी है ,

तुम्हे मैने बहुत कुछ,

नदियों को साफ़ पानी,

पेड़ों को हरियाली,

पहाड़ों को झरने,

बेघर पशु-पक्षियों को घर,

हृदय धड़कनों को सांसें,

मानव जीवन को नयाअर्थ दिया

तुम्हारे रिश्तों को मघुर प्यार,

बगीये में फूलों की बहार,

पहाड़ को सर्दी की बर्फ़,

गर्मी को ठंडी हवाएं,

सूखे खेत को बरसात,

ज़िंदगी को मौसमी सौगात,

हे मानव तुम रखना याद

हर हार के बाद है जीत,

अलविदा मै जा रहा हूंँ,

दोस्तो मुझे क्षमा करना ,

मै हुँ साल 2020 ,

तुम मेरे दुखों को नहीं

तुम खुशियों को याद रखना,

मिली है मुझसे जो तुम्हे सीख,

उसे तुम संभाल कर रखना,

प्रकृति से, अब और मत खेलना,

संसार सब का है, याद रखना,

ज़्यादा नहीं,थोड़े की है ज़रूरत,

लालच भरी ज़िंदगी बदलनी है खुशियों से भरा आने नया साल

2021

अलविदा मै जा रहा हूँ,

दोस्तो मुझे माफ करना,

मैं हूँ साल 2020

“प्रिय श्री ” विनोद तकिया वाला

स्वतंत्र पत्रकार , स्तम्भकार , समीक्षक व स्वतंत्र लेखक

?सादर प्रणाम!?

Website Editor :- Neha Kumari

Related Articles

Back to top button