अनाथ लड़की के साथ किया गया धोखा

क्या थाना प्रभारी महेशपुर लड़के पक्ष के प्रभाव में आकर लड़के पक्ष को मदद पहुचा रहे हैं?

जेटी न्यूज़
निर्मल कुमार साह
पाकुड़:
पाकुड़ जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र के ग्राम टिटिदंगाल के सुमिता कुमारी के साथ प्रसेनजित कुमार नाम का एक युवक जो पाकुड़िया थाना क्षेत्र के तेतुलिया का रहने वाला है।
पूर्व में इस लड़की के साथ इसी लड़के ने शादी का झांसा देकर कई महीनों तक यौन शोषण किया था और बाद में शादी से इंकार कर दिया था। *जब झंझट टाइम्स अखबार* ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था तो महेशपुर थाना प्रभारी ने थाना प्रांगण में इन दोनों की शादी कराई थी लेकिन लड़के वाले ने वरमाला के साथ शादी कर ली थी और हिंदू रीतिरिवाज के साथ घर में शादी की बात की थी।


अब ससुराल वालों के तरफ से इस अनाथ लड़की को लगातार दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। लड़की अनाथ होने के कारण न्याय की आस में लगातार भटक रही है, ससुराल वालों के तरफ से टैम्पू गाड़ी, पलंग, जेवर दहेज के रूप में लगातार माँग किया जा रहा है और लड़की वाले काफी गरीब परिवार के होने के कारण दहेज नहीं दे पा रहे हैं वहीं दूसरी और ससुराल वालों का कहना है कि दहेज नहीं देने पर तुमको छोड़ कर दूसरी शादी अपने बेटे का करा देंगें। रात में दरवाजा बंद कर मारपीट किया जाता है। लड़की परेशान हो कर अपनी मां के साथ अपने मायके चली आयी है।


लड़की के अनुसार ससुर, सास, ननद, और पति ने बहला फुसलाकर शादी घर ले जाने के बहाने उसे बेचने का भी प्रयास किया लेकिन लड़की ने अपनी समझदारी से अपने को बचा लिया।पीड़ित अनाथ लड़की ने बताया कि महेशपुर थाना जाने पर एक पुर्जा में पाकुड़िया थाना लिखकर पाकुड़िया थाना भेज दिया गया।
इधर इस संबंध में जब थाना प्रभारी महेशपुर से दूरभाष पर संपर्क कर पूछा गया कि जब इस मामले में पीड़िता अनाथ लड़की आपके थाना में गयी तो आप कार्यवाही नहीं करके आपने उसे पाकुड़िया थाना क्यों भेज दिया?

तो थाना प्रभारी ने बताया कि मैंने उसे पाकुड़िया थाना इसलिए भेज दिया कि घटना स्थल पाकुड़िया थाना क्षेत्र पड़ता है पुनः जब यह पूछा गया कि लड़की अपने मायके के थाने से कार्यवाही के लिए आवेदन दे सकती है या नहीं तो थाना प्रभारी महेशपुर ने बताया कि आवेदन देकर कार्यवाही जरूर हो सकती है तो फिर पूछा गया कि आपने उसे फिर भी पाकुड़िया थाना क्यों भेज दिए तो उनका जवाब टाल मटोल वाला मिला और अंत में झुंझलाहट के साथ बोला गया कि मेरे ही थाना में भेज दीजिये कार्यवाही कर देंगें। इससे यह प्रतीत होता है कि थाना प्रभारी महेशपुर की कार्यशैली किस हद तक सही है, इनकी कार्यशैली पर वरीय अधिकारियों को निश्चिंत रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है।
पीड़ित अनाथ लड़की शुक्रवार को पाकुड़ एसपी से मिलकर न्याय की मांग करेगी और महेशपुर थाना का हाल बतायेगी।

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