कोरोना से डॉ रामक्षत्री कुशवाहा की आकस्मिक मौत से शोक की लहर
डी एन कुशवाहा
रामगढ़वा पूर्वी चंपारण– बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ,योगापट्टी इकाई के अध्यक्ष संजय कुशवाहा जी के बड़े पापा एवं प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ रामक्षत्री कुशवाहा जी का आज सुबह करीब 5 बजे शरण नर्सिंग होम मोतिहारी में निधन हो गया। जहां सभी डॉ कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करने से हाथ खड़े कर लिए थे वहीं डॉ रामक्षत्री कुशवाहा जी ने गरीब मरीजों की लगातार सेवा कर उन्हें निरोग किया। लेकिन प्रकृति की विडंबना देखिए कोरोना मरीजों की सेवा करते करते खुद कोरोना संक्रमित हो गए। लेकिन मानवता के नाते उन्होंने कोरोना मरीजों की सेवा करते अपने प्राणों को समाज सेवा के लिए कुर्बान कर दी। ऐसे समाज सेवी को शत् शत् नमन। डॉ रामक्षत्री कुशवाहा जी के निधन से योगापट्टी प्रखंड में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। डॉ साहब बहुत मिलन सार , गरीबों के हमदर्द और हर वर्ग में लोकप्रिय थे। डॉक्टरी पेशा को उन्होंने कभी ब्यवसाय नहीं बनाया बल्कि सेवा भावना से कमजोर तबके की मदद की।वे अपने पैतृक गांव पिपरा नौरंगिया के मुखिया भी रहे। इनके बाद उनकी पुत्रवधू मुखिया पद को सुशोभित करती रही। डॉ रामक्षत्री कुशवाहा जी के बड़े पुत्र डॉ प्रमोद कुशवाहा हमारे मित्र है।
डॉ रामक्षत्री कुशवाहा हमारे पिता तुल्य थे। उनके निधन से मुझे ब्यतिगत क्षति हुई है। शिक्षक समाज के हर सुख दुःख में शामिल रहते थे। शिक्षक समाज ने एक शुभचिंतक खो दिया। उनके निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में एम के मिशन हाई स्कूल भलुवहिंया रामगढ़वा के निदेशक ध्रुव नारायण कुशवाहा, नीरज कुमार, बबलू कुमार, सुरेंद्र कुशवाहा, हिमांशु कुमार हिमकर, विभाष कुमार ओझा, शिक्षक राकेश कुमार, संगीत शिक्षक संजय कुमार दास तथा प्रोफेसर अरुण कुमार पंडित सहित दर्जनों लोग शामिल हैं। सबों ने उनके दिवंगत आत्मा की शांति व उनके परिवार में अचानक आई पहाड़ जैसी विपत्ति को सहन करने की शक्ति देने के लिए ठाकुर जी से प्रार्थना की है।
Edited By :- savita maurya