कोरोना से मृत व्यक्तियों का मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने में,निकाय संस्था कर रहे है देरी।

बेतिया।

जिले अंतर्गत कोरोना महामारी से मृत होने वाले व्यक्तियों की, मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने में निकाय संस्थानों के द्वारा काफी देरी की जा रही है, जिससे लोगों के अंदर बेचैनी बढ़ गई है, जिसका मुख्य कारण है कि मृत्यु प्रमाण निर्गत नहीं होने से सरकार के द्वारा घोषित ₹4 लाख की अनुग्रह अनुदान राशि मिलने में कठिनाई हो रही है, सरकारी अस्पतालों एवं स्थानीय निकायों के द्वारा भी कोरोना से मृत हुए व्यक्तियों का मृत्यु प्रमाण पत्र मिलने की शिकायत प्राप्त हो रही है, इसी को देखते हुए, मुख्य सचिव,बिहार सरकार, त्रिपुरारी शरण ने सभी जिलों को सख्त निर्देश दिया है कि इससे संबंधित सभी लंबित मामलों का तुरंत निपटारा करें, मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने में देरी हो रही है, या लंबित पड़ी हुई है, इस संबंध में, संबंधित जिला के जिला पदाधिकारी से कारण स्पष्ट रूप से बताना होगा।

एक दूसरे निर्णय के अनुसार, बिहार सरकार के द्वारा घोषित एक अलग आदेश के अंतर्गत, कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों को 18 वर्ष के आयु होने तक हर माह पंद्रह सौ रुपया, बाल सहायता के रूप में, सरकार के द्वारा दी जाएगी, साथ ही उनके परवरिश और शिक्षा का भी सरकार प्रबंध करेगी ,इसके लिए सरकार ने एक नई बाल सहायता योजना शुरू की है, इसके अंतर्गत ऐसे बच्चे बच्चियों, जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु कोरोना से हो गई है ,जिनमें कम से कम एक की मृत्यु कोरोना से हुई हो,तो उनको बाल सहायता योजना अंतर्गत, राज्य सरकार द्वारा 18 वर्ष होने तक पंद्रह सौ रुपया प्रतिमाह दिया जाएगा, जिन अनाथ बच्चे बच्चियों के अभिभावक नहीं हैं, उनकी देखभाल बाल गृह में की जाएगी, ऐसे अनाथ बच्चों का कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में प्राथमिकता के आधार पर नामांकन करा कर, शिक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी, इसके अलावा केंद्र सरकार ने भी कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए एक विशेष योजना, पीएम केयर फंड फॉर चिल्ड्रन शुरू की है।

Edited By :- savita maurya

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