*विश्वविद्यालय के सभी कार्यों में पारदर्शिता एवं स्वच्छता के प्रति सचेत हूँ :कुलपति*


सीता कुमारी
दरभंगा – 14 जुलाई, 2021: – विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्र, छात्राओं के साथ शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के हितों की रक्षा की जाय एवं कार्य प्रणाली में पारदर्शिता एवं स्वच्छता दिखाई देना चाहिये और मैं अपने इस कर्त्तव्य के निर्वाहन के लिए हमेशा सचेत रहता हूँ।
उक्त बातें प्रो0 सुरेन्द्र प्रताप सिंह, कुलपति, ल0ना0 मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा ने कही। प्रो0 सिंह आज वित्त समिति की बैठक के बाद मिडिया कर्मियों को संबोधित कर रहें थे। प्रो0 सिंह ने कहा कि हम विश्वविद्यालय एवं राज्य सरकार के नियमों, परिनियमों, अधिनियमों और समय-समय पर राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों से बंधे हुए है।

इसलिए यदि किसी कार्य में देरी होती है तो इसका अन्यथा अर्थ नहीं लिया जाना चाहिये। विश्वविद्यालय किसी के मान्य एवं उचित देय में किसी प्रकार की कठनाई नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपना 50वाॅ वर्षगाॅठ और ललित बाबू की 100वीं जयंती मना रहा है। इसलिए विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं विकासोन्मुख कार्यों की रूप रेखा तय की गई है। कुछ कार्य प्रारम्भ हो चुका है और कुछ कार्य हो चुके हैं। वित्त समिति के सदस्यों के प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया कि इनका सार्थक सहयोग मिल रहा है। आज की बैठक में विगत 23.03.2021 की बैठक के कार्यवृत्त की सम्पुष्टि हुई एवं साथ-साथ 07.07.2021 की क्रय-विक्रय समिति के कार्यवृत्त को स्वीकृति प्रदान की गई।

दिनांक 19.06.2021 के विद्वत परिषद् के अन्यान्य मद 1 के अन्तर्गत डिजिटल प्लेटफार्म के निर्माण की भी स्वीकृति दी गई क्योंकि कोविड काल में ऑनलाइन क्लास के साथ-साथ रेकार्डिंग स्टूडियों, डिजीटल लाइब्रेरी, ई0आर0पी0 जैसी आधारभूत संरचनाओं का निर्माण होना आवश्यक है। सभी माननीय सदस्यों ने भी इसका स्वागत किया। वित्त समिति के सदस्य श्री गोपाल चैधरी, प्रो0 नारायण झा, श्री श्याम सुन्दर विश्वकर्मा और श्री अरविन्द कुमार सिंह ने शिक्षकों द्वारा काॅपी जाँच के दर को बढ़ाने एवं उन्हें ठहराव भत्ता देने का प्रश्न उठाया।

माननीय कुलपति ने उनकी माँग पर सहमति जताते हुए आगामी बैठक में विस्तृत ब्यौरा के साथ इस मद पर चर्चा करने की बात कही। आउटसोर्स कर्मियों के मानदेय बढ़ाने का मामला भी अगामी बैठक में लाने को कहा गया। आज की बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो0 सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने की। बैठक में माननीय सदस्य प्रो0 नारायण झा, श्री गोपाल चैधरी, श्री श्याम सुन्दर विश्वकर्मा, श्री कैलाश राम, वित्तीय परामर्शी एवं कुलसचिव प्रो0 मुश्ताक अहमद मौजूद थे।

Related Articles

Back to top button