बच्चों को शोषण से बचाव के प्रति चाइल्डलाइन ने किया सशक्त

बच्चों को शोषण से बचाव के प्रति चाइल्डलाइन ने किया सशक्त

जे टी न्यूज़, कानपूर: बच्चों के साथ बैठक कर चाइल्डलाइन की सेवाओं के प्रति किया जागरूक
कानपुर 31 जुलाई २०२१ चाइल्डलाइन कानपुर द्वारा नगर में बच्चों को बाल शोषण के प्रति सक्रिय करने के उददेश्य से नगर के विभिन्न स्थानों में बच्चों को बाल शोषण के प्रति जागरूकता हेतु विभिन्न प्रकार के काय्र्रकमों का आयोजन किया जाता रहता है जिस क्रम में आज चाइलडलाइन कानपुर द्वारा जरौली बर्रा कानपुर नगर में बच्चों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को जाना व चाइल्डलाइन की सेवाओ के प्रति जानकारी दी जिसमें 50 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया। दिन प्रतिदिन बढते बाल शोषण के मामलों को देखते हुए चाइल्डलाइन ने आज जरौली बर्रा कानपुर नगर में बच्चों की समस्याओं हेतु बच्चों के साथ बैठक काय्र्रकम का आयोजन किया गया क्योंकि बाल शोषण के मामलों को खत्म तभी किया जा सकता है जब बच्चे बाल शोषण के खिलाफ जागरूक होगें। जिस क्रम में आज चाइल्डलाइन कानपुर द्वारा बच्चों को बाल शोषण ,व बाल मजदूरी कराने वालों के खिलाफ कार्यवाही कराने के बारे में जागरूक करने हेतु बच्चों के साथ बैठक कर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।


चाइल्डलाइन के समन्वयक प्रतीक धवन ने बच्चों को बताया कि बच्चों के शोषण के मामलों में ऐसे अराजक तत्व पहले बच्चों पर भरोसा बनाते है इसके बाद उनके साथ शोषण करते है इसलिए यदि बच्चों के पास कोई अंजान व्यक्ति उनसे पहचान बनाने की कोशिश करें तो सर्वप्रथम बच्चों को विद्यालय में विद्यालय के अध्यापक व अध्यापिकाओं को और घर में परिजनों को बताना चाहिए और इसके बाद यदि सदिंग्ध हो तो उनके खिलाफ सूचना चाइल्डलाइन के निशुल्क न0 1098 व पुलिस को देनी चाहिए।

कार्य्रकम कें दौरान बच्चों को चाइल्डलाइन की कार्यकर्ता अमन पाण्डेय ने चाइल्डलाइन के निशुल्क नम्बर 1098 के बारे में अवगत कराया गया। साथ ही देश के 600 से अधिक शहरों में चाइल्डलाइन द्वारा चलायी जा रही बच्चों की अकास्मिक हेल्पलाइन एवं उसके टोल फ्री नम्बर 1098 की उपयोगिता एवं उसके द्वारा हजारों बच्चों को प्रतिदिन मिलने वाले संरक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में बच्चों को चाइल्डलाइन व बाल अधिकारों की जानकारी दी गई जिसमें लगभग 50 से अधिक बच्चों में भाग लिया जिसमें अधिकतर समस्यायें आधार कार्ड को लेकर सामने आयी जिसका तत्परता से चाइल्ड लाइन द्वारा हल कराया जायेगा।

साथ ही उन्होने बताया कि चाइल्डलाइन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलायी जाने वाली देश की सबसे बड़ी हेल्पलाइन है। उन्होनंे बताया कि यदि समाज में किसी भी व्यक्ति को कोई बच्चा भूला भटका, घायल अवस्था में या ऐसा बच्चा जो कि अपनी पारिवारिक स्थितियों के कारण शिक्षा एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं को नही प्राप्त कर पा रहा है। इन सभी दशाओं में उक्त बच्चांे की मदद करने हेतुु हमें चाहिए कि हम किसी भी फोन से 1098 डायल करके ऐसे बच्चों की सूचना नजदीकी चाइल्डलाइन में कार्यरत स्ंवयसेवकों को दे ताकि यह स्वंयसेवक इन बच्चों की उचित मदद कर सके।
चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमलकान्त तिवारी ने बताया कि यदि बच्चे ही जागरूक होगंे तो बच्चों के शोषण के मामलों में कमी आयेगी और बच्चे ही अपनी सुरक्षा की पहल करेंगे जिसमें चाइल्डलाइन उनकी मदद के लिए निरन्तर प्रयासरत रहेगी और बच्चें चाइल्डलाइन से जुड़कर जरूरतमंद बच्चों की मदद में सक्रिय स्वंयसेवक बनेंगे और चाइल्डलाइन को जरूरतमंद बच्चों कीे सूचना 1098 पर देंगे।
कार्य्रकम के दौरान मुख्य रूप से चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमलकान्त तिवारी, समन्वयक प्रतीक धवन, अमन पाण्डेय, शिवानी सोनवानी, अंजु वर्मा, नारायण दत्त त्रिपाठी, आलोक चन्द्र वाजपेयी, दिनेश सिंह, सोनाली धुसिया, विशाल वर्मा सहित 50 से अधिक बच्चे उपस्थित रहे।

Related Articles

Back to top button