*आखिरकार संसद में उठ ही गया दुल्हन के कमरे में बिहार पुलिस के घुसने का मामला*

*आखिरकार संसद में उठ ही गया दुल्हन के कमरे में बिहार पुलिस के घुसने का मामला*

*चिराग पासवान ने नीतीश सरकार को मामले में घेरा*

*चिराग ने पूरी कार्रवाई को लेकर राज्य सरकार की मंशा पर उठाए सवाल*

जेटी न्यूज, ठाकुर वरुण कुमार।

नई दिल्ली::- बिहार में शराबबंदी एक खेल बन कर रह गई है। शराबबंदी के नाम पर दुल्हन के कमरे में घुसने का मामला अब देश की संसद तक पहुंच चुका है। संसद में लोकसभा की कार्रवाई के दौरान लोजपा(रामविलास) के अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान ने बिहार पुलिस के इस कृत्य का मामला सदन के पटल पर रखा। जमुई सांसद ने इस दौरान संसद में नीतीश कुमार की बिहार पुलिस के कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा कि जब बिहार की पुलिस दुल्हन के कमरे में पहुंची, तो उस समय उनके साथ कोई भी महिला पुलिस मौजूद नहीं थी। चिराग पासवान ने संविधान की 7वीं सूची का जिक्र करते हुए कहा कानून और पुलिस को राज्य शासन के अंतर्गत देती है, लेकिन यहां राज्य सरकार की पुलिस ही इस कानून की अवहेलना कर रही है, तो एक जनप्रतिनिधि के तौर पर चुप नहीं रहा जा सकता है।

लोकसभा में बोलते हुए चिराग ने कहा कि बिहार की राजधानी में पुलिसकर्मी कानून की अवहेलना करते हुए दुल्हन के कमरे में घूस जाती है, तो आम जनता किनसे उम्मीद लगाएगी। चिराग ने मामले में केंद्र सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग की है कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति किसी राज्य में दोबारा न हो, इसके लिए एडवाइजरी जारी किया जाए। चिराग ने इस दौरान पूरी कार्रवाई को लेकर राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठाए।

वहीं चिराग के सवालों का जवाब देते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने कहा जिस कानून की मांग चिराग कर रहे हैं, उसका प्रावधान पहले ही निर्भया कानून में कर दिया गया है। इस दौरान उन्होंने पुलिस का बचाव करते हुए कहा कि देश में अभी स्टॉप सेंटर के जरिए पुलिस साढ़े लाख महिलाओं को संरक्षण प्रदान कर रही है। स्मृति इरानी ने इस दौरान पुलिस के काम को संतोषजनक बताते हुए कहा कि ऐसी घटना नहीं हो, इसके लिए कोशिश की जाएगी।

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