*निलंबित सांसदों के मामले में केंद्र की पहल, बुलाई 5 राजनीतिक दलों की बैठक*

*निलंबित सांसदों के मामले में केंद्र की पहल, बुलाई 5 राजनीतिक दलों की बैठक*

*विपक्ष ने कहा- नहीं होंगे बैठक में शामिल*

जेटी न्यूज।

नई दिल्ली::- केंद्र सरकार ने राज्यसभा से निलंबित 12 सांसदों के मसले को लेकर एक बैठक बुलाई है. जिसमें पांच राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है.

केंद्र सरकार ने सोमवार को उन पांच राजनीतिक दलों को बैठक के लिए बुलाया है, जिनके सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था. जिसके बाद से ये सांसद लगातार संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास बैठकर धरना दे रहे हैं. इस मामले को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच भी गतिरोध बढ़ गया है. जिन 12 सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही निलंबित किया गया था, उनमें कांग्रेस, टीएमसी, शिवसेना, सीपीआई और सीपीआई (एम) के सांसद शामिल हैं.

हालांकि, विपक्ष ने राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे को हल करने के लिए सरकार द्वारा 5 दलों के नेताओं को भेजे गए निमंत्रण को खारिज किया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. राज्यसभा में नेता पीयूष गोयल द्वारा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर चर्चा और इसके समाधान के लिए बैठक के आह्वान के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार सुबह बैठक के लिए 5 राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया था.

विपक्ष के उच्च स्तरीय सूत्रों ने बताया कि वे सोमवार सुबह राज्यसभा में नेता पीयूष गोयल द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. सूत्रों के मुताबिक सरकार की तरफ से कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना और माकपा को निमंत्रण भेजा गया है. यह बैठक सोमवार सुबह 10 बजे बुलाई गई है. लेकिन विपक्ष का कहना है कि 4 या 5 दल समूचा विपक्ष नहीं हैं.

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जोशी को लिखे पत्र में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने सभी विपक्षी नेताओं के बजाय केवल 4 से 5 दलों को आमंत्रित किया.

सांसदों को अगस्त में आयोजित पिछले मॉनसून सत्र के दौरान उनके खराब आचरण के चलते पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किया गया. संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने इससे पहले कहा था कि अगर ये अपनी गलती की माफी मांगते हैं तो सरकार इनके निलंबन को वापस लेने के लिए तैयार है. जबकि विपक्षी नेताओं ने माफी मांगने के सरकार के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और कहा कि वह माफी नहीं मांगेंगे. विपक्ष ने निलंबन को अनुचित करार दिया है.

इस बीच संसद के वर्तमान सत्र में सदन के भीतर इन 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए विपक्षी पार्टियों ने काफी हंगामा भी किया, जिसके चलते उच्च सदन की कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा. संसद का शीत सत्र 23 दिसंबर को खत्म हो रहा है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक दिन पहले ही संसदीय कार्य मंत्री से कहा था कि इस निलंबन के विरोध में विपक्षी दल एकजुट हैं. हालांकि अब इसी मुद्दे को हल करने के लिए बैठक बुलाई गई है.

इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने इस मसले पर बात करते हुए कहा था कि प्रह्लाद जोशी ने उन्हें और कांग्रेस समेत चार राजनीतिक दलों को सोमवार सुबह 10 बजे बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया है. राउत ने बताया कि बैठक पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग में होगी. इसके लिए तृणमूल कांग्रेस, सीपीआई (एम) और सीपीआई को भी बुलाया गया है. जिनके राज्यसभा सदस्यों को निलंबित किया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से बुलाई गई इस बैठक में शामिल शामिल होना है या नहीं, इसपर फैसले करने के लिए विपक्षी दल सोमवार सुबह मिलेंगे.

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