आईसीडीएस के आंगनवाड़ी केन्द्र पर सामाजिक अंकेक्षण सम्पन्न

आईसीडीएस के आंगनवाड़ी केन्द्र पर सामाजिक अंकेक्षण सम्पन्न

मधुबनी।जेटी न्यूज

समेकित बाल विकास सेवा आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा दी जाने वाली सभी सेवाओं को प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए वर्ष में 02 बार 20 जून एवं 20 दिसम्बर को सामाजिक अंकेक्षण(सोशल ऑडिट ) कार्यक्रम किया जाता है। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 20 दिसंबर को सोशल ऑडिट संबंधी कार्य किया जाना तय है। इसी आलोक में जिले के 4767 आंगनबाड़ी केंद्रों पर सोशल आडिट किया गया। सोशल ऑडिटिंग की मदद से आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा दी जाने वाली सभी सेवाओं को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए सामाजिक अंकेक्षण समिति में समुदाय आधारित संस्था व स्वयं सहायता समूह के सदस्य की भागीदारी भी सुनिश्चित की गई। इस कार्य को सुनिश्चित कराने को ले आईसीडीएस निदेशक ने पत्र जारी कर डीपीओ एवं सीडीपीओ को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। निर्देश के आलोक में जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर सोमवार को सामाजिक अंकेक्षण किया गया वही रहिका प्रखंड के केंद्र संख्या 41 व 193 पर डीपीओ शोभा सिन्हा ने निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया।सामाजिक अंकेक्षण की सफलता को ले कर किया गया आवश्यक तैयारी- डीपीओ ने बताया सामाजिक अंकेक्षण कार्य की सफलता को ले आवश्यक तैयारी की गई है। सभी सीडीपीओ को आवश्यक निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही अपने-अपने प्रखंड के सभी सेविकाओं को भी व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराया गया है। ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसकी जानकारी मिल सके और वह निर्धारित तिथि व समय पर आंगनबाड़ी केंद्र पर उपस्थित होकर सरकार की योजना से अवगत हो सकें। सोशल ऑडिटिंग में योजनाओं की दी जाती है जानकारी: 20 दिसंबर को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सामाजिक अंकेक्षण कार्य में पंचायत के विकास मित्र, पंचायत सचिव एवं संबंधित केंद्र के दो चयनित लाभार्थी सदस्य के रूप उपस्थित रहे । इसके अलावा पोषक क्षेत्र के सभी लाभार्थी भी मौजूद रहे। मौजूद सभी लोगों को संबंधित पदाधिकारियों के द्वारा आंगनबाड़ी स्तर पर चल रही सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई। इसके साथ ही संबंधित क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका सभी केंद्रों का भ्रमण कर गतिविधियों की मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया गया। सोशल ऑडिट के लिए विचारणीय बिंदु : पोषण अभियान के जिला समन्वयक स्मित प्रतीक सिन्हा ने बताया सोशल ऑडिटिंग समिति आंगनबाड़ी केंद्र पर समेकित बाल विकास सेवाओं में सुधार करने के लिए कार्रवाइयों की समीक्षा कर सुझाव दिया। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन की नियमितता, बच्चों की उपस्थिति, एक माह में कम से कम 25 दिनों तक सभी लाभार्थियों को पूरक आहार एवं आवश्यक दवाइयों की आपूर्ति की समीक्षा करेगी। स्कूल पूर्व अनोपचारिक शिक्षा ,बच्चों के टीकाकरण, पोषण की स्थिति, वजन, ग्रोथ चार्ट की उपलब्धता, कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों की संख्या व उनके पोषण स्तर में सुधार के लिए उठाये गये कदम आदि बिंदुओं पर विचार करते हुए समीक्षा का काम किया जाना है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्थापित नियमों के आलोक में उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा जैसे आधारभूत संरचना, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, खेलने की जगह, स्कूल पूर्व शिक्षा किट्स, मेडिसिन किट्स , खाना बनाने व खाने बनाने के लिए उपयोग में लायी जाने वाले बर्तनों सहित आवश्यक बिदुंओं को भी ध्यान में रखा जायेगा। डीपीओ सहित सभी कर्मचारियों की तय की गयी जिम्मेदारियां: जिला प्रोग्राम पदाधिकारी व बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को अपने क्षेत्र में पड़ने वाले किसी परियोजना के एक केंद्र पर मौजूद होकर किये जा रहे कार्यों का मूल्यांकन किया। वहीं महिला पर्यवेक्षिका सामाजिक अंकेक्षण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों को आईसीडीएस योजना व नियमों की अपडेट जानकारी दिया। आंगनबाड़ी सेविका सामाजिक अंकेक्षण में संयोजक के दायित्व का निर्वहन किया। उन्हें बैठक की कार्यवाही व अभिलेखों का रखरखाव व संधारण का कार्य का जिम्मेवारी दी गई।

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