*नगर पंचायत बनने के बाद किसानों एवं गरीबों को होगा भारी नुकसान*

*नगर पंचायत बनने के बाद किसानों एवं गरीबों को होगा भारी नुकसान*

*छोटी दुकानों को भी देना होगा टैक्स*

ढाका विधानसभा के अंतर्गत घोड़ासहन को नगर पंचायत बनाये जाने के बाद इसके फायदे व नुकसान पर ढाका विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अभिजीत सिंह ने की प्रेस-वार्ता ….

ढाका विधानसभा के अंतर्गत घोड़ासहन को नगर पंचायत बनाए जाने को लेकर विधानसभा पूर्व प्रत्याशी अभिजीत सिंह ने मोतिहारी में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि घोड़ासहन प्रखंड में जिन गांव एवं वार्ड को नगर पंचायत में शामिल किया गया है वह पूरी तरह से कृषि पर आधारित है और नगर पंचायत बनाये जाने से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को उठाना पड़ेगा वही किसानों को जो चौदहवीं वित्तीय आयोग के तहत सब्सिडी मिलता था वह बंद हो जाएगा वही मनरेगा का लाभ भी अब मजदूरों को नहीं मिलेगा
जिन पंचायतों में लगभग 90 परसेंट लोग गरीबी रेखा के नीचे है एवं किसान है और आर्थिक स्थिति ठीक ना हो उनसे नगर पंचायत बनाकर घर के ऊपर दुकान के ऊपर टैक्स वसूलने की सरकार तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा की पंचायती राज के अंदर जितनी योजनाएं हैं जिनका लाभ गरीब किसान मजदूर विकलांग को मिलता है वह नगर पंचायत होने के बाद वह सुविधाएं उन्हें नहीं मिलेंगी और नगर पंचायत में ऐसी कोई बड़ी सुविधाएं नहीं है जो पंचायती राज में नहीं आती है
साथ ही अभिजीत सिंह ने आगे बताया कि नगर पंचायत बनने से किसानों को सब्सिडी मिलना बंद हो जाएगा नरेगा का कार्य रुक जाएगा बिजली की दरें बढ़ जाएंगे पानी के ऊपर भी टैक्स एवं छोटे मझौलिया दुकानदारों को टैक्स देना पड़ेगा एवं घर मकान बनाने के लिए अलग से नक्शा पास कराना पड़ेगा, जमीनों के ऊपर स्टांप ड्यूटी ज्यादा लगने की भी बात श्री सिंह ने बताएं कई नई तरीके की उलझन भरा टेक्स्ट स्टेम गरीब परिवारों के ऊपर सरकार लादने की कोशिश कर रही हैं। श्री सिंह ने इसे केवल एक राजनीतिक मुद्दा बताया इसे सामाजिक सुधार में किसी भी प्रकार का लाभ गरीब मजदूर किसान और छात्रों तक नहीं पहुंचेगा इस बात पर उन्होंने जोर दिया साथ ही साथ उन्होंने हाई कोर्ट में जाकर इसके खिलाफ केस करने की भी बात कही उन्होंने बताया कि अभी घोड़ासहन नगर पंचायत बनने योग्य नहीं बना है उन्होंने उदाहरण देते हुए ढाका नगर परिषद स्थिति के बारे में चर्चा की। उन्होंने सवाल किया कि ढाका नगर पंचायत से नगर परिषद हो गया क्या बदल गया टैक्स सिस्टम को छोड़कर।


श्री अभिजीत सिंह ने कहा कि अगर बदलना ही हैं तो ढाका विधानसभा के मूलभूत समस्याओं को बदला जैसे कि फुलवरिया घाट को बनना चाहिए बस पड़ाव बननी चाहिए जो महत्वपूर्ण सड़के हैं उन्हें स्टेट हाईवे में तब्दील करना चाहिए। साथ ही साथ उन्होंने ढाका में एक नए महाविद्यालय की स्थापना की बात को भी दोहराया।

श्री सिंह ने एक प्रश्न के उत्तर में राजनीतिक रिफॉर्म की बात की उन्होंने कहा नेताओं की भी रिटायरमेंट की उम्र तय हो साथ ही साथ उन्होंने कहा कि 5 बार से ज्यादा कोई व्यक्ति भारत में चुनाव ना लड़ सके एवं पार्टियों में जो पैसे आ रहे हैं उसको इनकम टैक्स के दायरे में रखा जाए जिससे कि राजनीतिक परिवर्तन भारत में आ सके, उन्होंने युवाओं से भी अपील किया कि वो राजनीति में जाकर से ज्यादा अपनी भागीदारी दिखाएं और बिहार और भारत के निर्माण में योगदान दें।

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