एक्शन मोड में कुलपति : निर्गत किए कई आदेश

एक्शन मोड में कुलपति : निर्गत किए कई आदेश

जे टी न्यूज, दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के नवनियुक्त कुलपति प्रोफ़ेसर संजय कुमार चौधरी एक्शन मोड में हैं। आज पूर्वाह्ण कार्यालय में आते ही दर्जन भर आदेश कुलसचिव के नाम निर्गत किए, जिनमें छात्रों,

शिक्षकों तथा कर्मचारियों का व्यापक हित निहित है। इन आदेशों में कुलपति ने राजभवन के निर्देशानुसार शिक्षकों एवं कर्मचारियों की प्रोन्नति की प्रक्रिया अभिलंब प्रारंभ किया जाए। कुलपति ने आदेश दिया कि सेवानिवृत होने वाले शिक्षकों एवं कर्मचारियों के पेंशन एवं सेवान्त लाभ का ससमय भुगतान किया जाए। कर्मचारियों के बकाये अतिकाल भत्ता का भुगतान सुनिश्चित किया जाए l कुलपति ने कुलसचिव को निर्देशित किया कि छात्रों के लिए ऑनलाइन हेल्प डेस्क बनाया जाए और प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर विश्वविद्यालय वेबसाइट पर अपलोड किए जाएं।

अंक पत्र, औपबंधिक एवं मूल प्रमाण पत्र तथा अन्य कागजात हेतु ऑनलाइन आवेदन की सुविधा मुहैया किया जाए। महाविद्यालय को प्रेषित मूल एवं औपबंधिक डिग्री का वर्षवार ब्योरा प्रस्तुत किया जाए। छात्र- छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय परिसर में साइबर कैफे सह स्टेशनरी शॉप की व्यवस्था की जाए। संविदा, आउटसोर्स तथा कैजुअल रूप में कार्यरत सभी कर्मचारियों के पारिश्रमिक का अविलंब भुगतान, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय क्षेत्राधिकार के जनपदों में नोडल पदाधिकारियों की नियुक्ति के संबंध में इच्छुक शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी अपने संस्था प्रधान को आवेदन करेंगे। इन आवेदनों को समेकित रूप से प्रधानाचार्य कुलसचिव को अग्रसारित करेंगे। विश्वविद्यालय परिसर में पार्किंग तथा सशुल्क शौचालय की व्यवस्था की जाए।

विश्वविद्यालय विभागों एवं कार्यालयों की आकस्मिक निधि की मांग संबंधी पत्र विभागाध्यक्षों एवं कार्यालय प्रधानों से तीन दिनों के अंदर प्राप्त कर समेकित रूप से वित्त समिति के अनुमोदनार्थ प्रस्तुत किया जाए। प्रत्येक 15 दिनों पर न्यायालयधीन मामले प्रतिवेदित किए जाएं। विधि पदाधिकारी अति आवश्यक न्यायालय मामलों को कुलपति सचिवालय को संसूचित करेंगे।

कोर्ट की सभी संचिकाओं के साथ चेक लिस्ट एवं विवरण अनिवार्य रूप से संलग्न रहना चाहिए। न्यायालयधीन मामलों के प्रतिदिन अनुश्रवण के लिए विधि शाखा का एक कर्मचारी प्रतिनियोजित किया जाए। शिक्षकों एवं कर्मचारियों के पेंशन एवं सेवान्त लाभ के बकाए की विवरणी एवं भुगतान लंबित रहने के कारणों को स्पष्ट किया जाए।

कुलपति ने निर्देश दिया कि सभी विभागाध्यक्षों एवं कार्यालय प्रधानों से तीन कर्मचारियों की सूची कार्यदक्षता के क्रम में मांगी जाए। उन्होंने कार्यशील, बेकार पड़े तथा वांक्षित इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सूची तीन कार्य दिवसों के अंदर विभागाध्यक्षों एवं कार्यालय प्रधानों से प्राप्त करने का निर्देश दिया। विश्वविद्यालय की जमीन के अतिक्रमण का समाचार प्रायः देखने को मिलता है। अनुमंडलाधिकारी एवं अन्य विधि व्यवस्था के पदाधिकारियों के सहयोग से अतिक्रमित जमीन को मुक्त कराया जाए। राज मैदान, आयकर चौराहा एवं अन्य स्थलों पर विश्वविद्यालय की जमीन पर लगाए जाने वाले मेलों एवं तालाबों की बंदोबस्ती का विवरण प्रस्तुत किया जाए।

सभी अधिसूचनाओं की प्रतियां विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड करने के लिए विकास पदाधिकारी कार्यालय को भेजा जाए। संचिकाओं का निष्पादन प्राप्ति तिथि के तीन दिनों के अंदर किया जाए। कोई भी संचिका व्यक्तिगत रूप से कुलपति के समक्ष उपस्थित नहीं किया जाए। कुलपति के पूर्वानुमति के बिना कोई भी पत्र माननीय राज्यपाल के सचिवालय, राज्य सरकार, माननीय उच्च न्यायालय एवं अन्य किसी भी संस्था को प्रेषित नहीं किया जाए।

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