सीपीआईएम,एडवा, डीवाईएफआई के कार्यकर्ता ने पटना जंक्शन के पास बजट के खिलाफ किया प्रदर्शन

सीपीआईएम,एडवा, डीवाईएफआई के कार्यकर्ता ने पटना जंक्शन के पास बजट के खिलाफ किया प्रदर्शन

जे टी न्यूज़
पटना : बजट 2022 पूरी तरह से गरीब विरोधी पूंजीपति परस्त है। बजट में रोजगार, शिक्षा, किसान, मजदूर, महिलाओं से संबंधित विषय पर मोदी सरकार का निराशाजनक रहा । 60 लाख नए रोजगार के सृजन की बात कही गई लेकिन यह पूरी तरह से सिर्फ एक जुमला जैसा है।
आंगनवाड़ी केंद्र की आधुनिकरण की बात तो हुई लेकिन आंगनवाड़ी सेविका के मानदेय में किसी प्रकार की बढ़ोतरी की घोषणा नहीं। रेलवे, एलआईसी को पूरी तरह से निजी हाथों में देने की तैयारी है। 84 प्रतिशत लोग जिनके आय घटे हैं, उनके आय में कैसे वृद्धि हो इस संबंध में कोई बात बजट में नहीं है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने, या फिर विशेष वित्तीय सहायता देने की बात कहीं नहीं हुई।

 

बजट मे केवल बड़ी कंपनियों के लिए ही फायदे का प्रावधान किया गया है। कार्पोरेट घरानों को और छुट दी गयी है और छोटी कंपनियों, छोटे स्तर पर उद्योग करने वालों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों, सार्वजनिक शिक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ के सवाल पूरी तरह से बजट के पन्नों से गायब रहे। महिलाओं के उत्थान, गरीब छात्रों के प्रति मोदी सरकार का बजट आम विरोधी बजट है। खाद्य सामग्री में बढ़ोतरी करके आमगरीब की कमर तोड़ दी गई है। कार्यक्रम में सीपीआईएम के राज्य सचिव मंडल सदस्य अरुण मिश्र, अहमद अली, एडवा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपरी, डीवाईएफआई के राज्य अध्यक्ष मनोज कुमार चंद्रवंशी, खेतिहर मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष देवेन्द्र चौरसिया, महिला नेत्री सरिता पांडेय, रेशमी श्रीवास्तव, अजय चटर्जी, त्रिलोकी पांडेय, विश्वनाथ प्रसाद, किशोर ब्रह्मचारी, संजय सहित अन्य मौजूद थे।

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