यूरिया खाद की कालाबाजारी को रोकने व उचित मूल्यों पर बेचने हेतु रामगढ़वा उप प्रखंड प्रमुख ने कृषि पदाधिकारी के पास भेजा पत्र

यूरिया खाद की कालाबाजारी को रोकने व उचित मूल्यों पर बेचने हेतु रामगढ़वा उप प्रखंड प्रमुख ने कृषि पदाधिकारी के पास भेजा पत्र

जेटी न्यूज

डी एन कुशवाहा

रामगढ़वा पूर्वी चंपारण – कृषि प्रधान देश भारत में कृषि संसाधन जैसे यूरिया खाद आदि की कालाबाजारी करना दुर्भाग्य की बात है। भारत में आधे से अधिक आबादी गांवों में पाई जाती है। जिनका मुख्य कार्य कृषि करना है और कृषि से ही देशवासियों को अन्न उपलब्ध होता है। अन्ना की पैदावार न हो तो देश में हाहाकार मच जाएगा। लेकिन उसी अनाज की खेती करने के लिए आज यहां के किसान संसाधन के अभाव में त्रस्त हैं। किसानों को खाद की उपलब्धता आसानी से नहीं कराई जा रही है। यहां आए दिन खाद की कालाबाजारी हो रही है। जिसको रोकने व उचित मूल्यों पर बेचने हेतु स्थानीय उप प्रखंड प्रमुख अवनीश कुमार पांडेय उर्फ अरविंद पांडेय ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी रंजन कुमार के पास पत्र भेजकर अविलंब कार्रवाई करने की मांग की है। तत्पश्चात कृषि पदाधिकारी रंजन कुमार ने कहा कि यूरिया खाद से संबंधित अविलंब जांच की जाएगी। और जांच में खाद की कालाबाजारी करने वाले डिलरों पर कड़ी कानूनी कार्रवाही की जाएगी।

ज्ञात हो कि रामगढ़वा में प्रति बोरी 400 रुपए यूरिया बेचने की शिकायत मिली है। यहां किसानों को यूरिया के साथ एक मोनो जिंक का पाउच लेना दुकानदार अनिवार्य बता रहे हैं। इस मोनो जिंक के नाम पर ही 266•50 रूपए की यूरिया 400 रूपए प्रति बोरी तक बेची जा रही है। जब किसान इस मोनोजिंक को लेने से इनकार करते हैं तो दुकानदारों द्वारा उनको यूरिया नहीं दी जाती है।इस बाबत उपप्रमुख श्री पांडे ने बीईओ से रामगढ़वा में अक्टूबर से अब तक जिला से आवंटित यूरिया की मात्रा की भी जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कृषि पदाधिकारी को निर्देशित किया है कि उचित दर पर किसानों को यूरिया मिले। उन्होंने कहा है कि ऐसा नहीं होने की स्थिति में कार्रवाई हेतु जिलाधिकारी के पास पत्र दिया जाएगा।

Related Articles

Back to top button