जातिगत जनगणना पर बिहार की राजनीति में उफान, ब्यान बाजी तेज
पटना::- बिहार में एक बार फिर जातिगत जनगणना को लेकर सियासत तेज हो गयी है। राजद जातिगत जनगणना पर भाजपा से आर या पार के मूड में है। तेजस्वी यादव ने जातिगत जनगणना के मुद्दे को लेकर भाजपा पर जबदस्त हमला किया है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिना जाति के बिहार में कोई जनगणना नहीं होने देंगे। तेजस्वी ने ट्वीट कर जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भजपा नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय पर निशाना साधा है।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि भाजपा घोर न्याय विरोधी पार्टी है। बिहार विधानसभा से जातिगत जनगणना कराने का हमारा प्रस्ताव दो बार सर्वसम्मति से पारित हो चुका है। तेजस्वी यादव ने नित्यानंद राय पर हमला करते हुए लिखा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राय ने लिखित में जातिगत जनगणना कराने से मना कर दिया है। तेजस्वी ने कहा कि अगर जातिगत जनगणना पर भाजपा का यही रुख रहा तो बिना जाति के बिहार में कोई जनगणना नहीं होने देंगे।
बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है। इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के सभी दलों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मुलाकात कर चुका है। अन्य दलों के साथ साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बिहार में जातिगत जनगणना कराने की बात कही है। इसके लिए बिहार में दोनों ही सदनों से प्रस्ताव भी पारित हो चुका है।
*बिहार में होनी है सर्वदलीय बैठक*
केंद्र से नकारात्मक जबाव मिलने के बाद बिहार सरकार अपने स्तर पर जातिगत जनगणना कराये, यह मांग भी उठती रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस बात के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पत्र भी लिख चुके हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव के पत्र लिखने के सवाल पर मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि इस मुद्दे पर बिहार में सर्वदलीय बैठक करेंगे और इसके लिए भाजपा से समय मांगा है।
*सियासी बहस में शामिल*
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि भाजपा की ओर से समय मिलने के बाद सर्वदलीय बैठकर कर के इस मसले पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा। इस बीच बुधवार को तेजस्वी के इस ट्वीट से बिहार के सियासी हलकों में एक बार फिर जातिगत जनगणना बीच बहस में शामिल हो गयी है।